मामले का खुलासा करते हुए बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसपी विजय कुमार वर्मा ने पत्रकारों को बताया कि घरेलू विवाद के कारण आरएन भारती सोमवार को अपने घर से निकले. नशे की हालत में तेज गति से गाड़ी चलाने के दौरान उनकी कार अररिया-बांका पथ पर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. हादसे में घायल आरएन भारती को ग्रामीणों के सहयोग से बांका सदर अस्पताल लाया गया, जहां उन्होंने अपहरण की झूठी कहानी रच कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की.
एसपी ने कहा कि अपहरण की बात पूरी तरह से गलत है. मौके पर आरएन भारती व उनके किसी सहयोगी के मोबाइल पर हुई बातचीत का टेप भी जारी किया. इसमें वे बार-बार आत्महत्या की धमकी दे रहे थे, जबकि उनके सहयोगी उनसे घर वापस लौट जाने की जिद कर रहे थे. जारी टेप में डॉक्टर खुद तेज गति से गाड़ी चलाने सहित जिंदा घर वापस नहीं लौटने की बात कह रहे थे. डॉक्टर ने फोन पर यह भी कहा कि उनके मरने के बाद परिजनों को कोई दिक्कत नहीं होगी.
उन्होंने 75 लाख का इंश्योरेंस करा रखा है. एसपी ने बताया कि डॉक्टर का अपनी पत्नी रेणु भारती से विवाद चल रहा था. घरेलू लड़ाई झगड़े से तंग आ कर उन्होंने जानबूझ कर यह कहानी रची. पुलिस अनुसंधान कर रही है. दोषी चिकित्सक के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने की बात एसपी ने कही. प्रेस वार्ता के दौरान नगर थाना प्रभारी मुकेश कुमार साहा सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे.