अमरपुर: एक तरफ जहां केंद्र सरकार व राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था को नया आयाम देने की बात कह रहे है. वहीं अब शिक्षा के मंदिरों की जमीन के साथ अधिकारी भी खिलवाड़ करने से जरा भी गुरेज नहीं कर रहे हैं.
नगर पंचायत के वार्ड पार्षद सत्यजीत प्रकाश उर्फ पंटू मंडल ने जिला पदाधिकारी के अलावे राज्य व केंद्र सरकार को दिये गये अपने आवेदन में कहा है कि द्वारिकानाथ घोष उच्च विद्यालय डुमरामा की जमीन पर अवैध रूप से वासगीत परचा जारी किया गया है. जमीन की खाता संख्या 27, खसरा 420, रकबा 33 डी खसरा 424 में 1 एकड़ 47 डी, खाता 103, खसरा 419, में 42 डी, 423 में एक एकड़ 25 डी, मौजा घोषपुर में खाता 26 खसरा 06 में लगभग 4 एकड़ 62 डी जमीन 1944 ई में पूर्व जमीनदार स्वर्गीय अमरनाथ घोष के द्वारा दान में दिया गया था, जो उसी समय से उक्त जमीन विद्यालय के दखल-कब्ज में था.
इसमें घोषपुर मौजा में विद्यालय की कुल एक एकड़ पांच डिसमिल भूमि में से मात्र 8 डिसमिल भूमी विद्यालय के नाम पर अंचलाधिकारी मानते हैं. इसके पूर्व भी अंचलाधिकारी महादलित परिवार को दखल-कब्ज दिलाने का प्रयास किया था. लेकिन ग्रामीणों के विरोध के बाद बंद कर दिया गया. उसके बावजूद तीन मार्च को भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में अंचलाधिकारी के द्वारा विद्यालय की जमीन को दखल दिलाने का काम किया गया. ग्रामीणों ने विद्यालय की जमीन को वापस करने के लिए अब बिहार से लेकर केंद्र सरकार के सभी विभागों को पत्र प्रेषित कर न्याय की गुहार लगायी है.