घटना की सूचना मिलते ही बांका पुलिस कप्तान के निर्देश पर टीम गठित कर सघन छापेमारी अभियान चलाया गया. इस अभियान में चतराहन, बेला, फूलहरा, हलदिया, पड़रिया सहित अन्य जगहों में कांबिंग ऑपरेशन चलाया गया. पुलिस दबिश के चलते शाखा प्रबंधक को चार बजे सुबह बेलहर के समीप छोड़ दिया. आनंदपुर पुलिस को मिली सूचना के आधार पर शाखा प्रबंधक को आनंदपुर लाया गया. शाखा प्रबंधक ने बताया कि साढ़े पांच बजे बैंक से देवघर स्थित आवास पर जाने के क्रम में कटोरिया की ओर से जा रही मोटरसाइकिल सवार ने पैक्स गोदाम के समीप ठोकर मार दिया, जिससे गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और वे गिर गये.
अपहर्ताओं ने प्रबंधक को पिस्टल सटा कर मोटरसाइकिल पर बैठने को कहा और कहा कि हल्ला करोगे तो गोली मार देंगे. मोटरसाइकिल से करीब दो किलोमीटर जंगल की तरफ जाने के बाद आंख पर पट्टी बांध कर करीब ढाई घंटे तक चलते रहे. जब मोटरसाइकिल से नीचे उतार कर आंख की पट्टी खोली तो वे घने जंगल में थे. प्रबंधक से 20 लाख रुपये फिरौती की मांग की गयी, हालांकि प्रबंधक ने कहा कि इतने पैसे हमारे पास नहीं है एवं हमारे साथ मारपीट की गयी. अपहरणकर्ताओं को यह महसूस हो गया कि पुलिस हमारे बहुत नजदीक पहुंच गयी है जिससे उन्होंने हमें चार बजे सुबह जंगल में छोड़ दिया और कहा कि तुम ये मनाओं की हम भी बच जायें.
रात में खाना भी नहीं दिया. पुलिस टीम में एएसपी अरुण कुमार सिंह, बेलहर प्रक्षेत्र के डीएसपी पीयूष कांत, कटोरिया थानाध्यक्ष प्रवेश कुमार भारती, चांदन थानाध्यक्ष आशिष कुमार, एसटीएफ सब इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार, आनंदपुर ओपीध्यक्ष राजीव कुमार रंजन एवं बीएमपी सैप जवान शामिल थे. आंनदपुर ओपी में पुलिस निरीक्षक सुजाता कुमारी ने शाखा प्रबंधक को पुलिस को हर संभव सहयोग करने की बात कही. वहीं एसबीआइ के रिजनल मैनेजर भागलपुर विनय कुमार, जोनल ऑफिस भागलपुर अशोक झा, कमलेश सिंह, एसबीआइ एडीबी के चीफ मैनेजर प्रवीण कुमार व एसबीआइ मुख्य शाखा के एजीएम एमके सिंह, प्रदीप रजक सहित अन्य बैंक कर्मी ने एसपी से मिल कर त्वरित कार्रवाई करते हुए इतने कम समय में शाखा प्रबंधक की बरामदगी को लेकर धन्यवाद दिया है.