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2600 गांव बनेंगे आदर्श : मांझी
बांका : मंदार पर्वत पर बननेवाले रोपवे का सीएम ने किया शिलान्यास, कहा 7.92 करोड़ की लागत से बनेगा रोपवे बौंसी : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि हम शिलान्यास पर विश्वास नहीं करते बल्कि समय सीमा पर काम करने पर विश्वास करते हैं. शिलान्यास के बाद अगर कार्य नहीं हुआ, तो वैसे संवेदकों […]
बांका : मंदार पर्वत पर बननेवाले रोपवे का सीएम ने किया शिलान्यास, कहा
7.92 करोड़ की लागत से बनेगा रोपवे
बौंसी : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि हम शिलान्यास पर विश्वास नहीं करते बल्कि समय सीमा पर काम करने पर विश्वास करते हैं. शिलान्यास के बाद अगर कार्य नहीं हुआ, तो वैसे संवेदकों को हम काली सूची में ही नहीं डालते बल्कि प्राथमिकी दर्ज कर जेल में डलवाते हैं.
मालूम हो कि 7.92 करोड़ की लागत से राइट्स कंपनी द्वारा इसका निर्माण किया जायेगा. मंदार के तलहटी में स्थित अद्वैत मिशन मंदार विद्यापीठ में आयोजित मंदार पर्वत पर आकाशीय रज्जु पथ के शिलान्यास के मौके पर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि हमलोगों ने पिछले सात-आठ वर्षो में हुए सभी कार्यो की समीक्षा की तो देखा कि बजट की 30 से 45 प्रतिशत की ही राशि खर्च होती थी, लेकिन इसबार मैंने यह राशि 58 प्रतिशत खर्च कर दिखा दिया है. जिन गांवों में 50 प्रतिशत से ज्यादा अनुसूचित जाति के लोग रहते हैं, वैसे गांवों को विकसित करने के उद्देश्य से उन्हें आदर्श गांव बनाया जायेगा. फिलहाल 2600 गांवों को चिह्न्ति किया गया है.
गरीब कहने से हमें होती है तकलीफ : कृषि मंत्री सह बांका के प्रभारी मंत्री नरेंद्र सिंह व पर्यटन मंत्री जावेद इकबाल अंसारी द्वारा मुख्यमंत्री को गरीब और निचले तबके का बताने जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जीतन राम मांझी गरीब नहीं है. वह दिल का अमीर है. गरीब कह कर डिमोरलाइज ना करें.
इससे हमें तकलीफ होती है. आपको नहीं पता निचले तबके के लोग सबसे ज्यादा संवदेनशील होते हैं. समाज के लोग ज्यादा काम करने वालों को गदहा कहते हैं, लेकिन उन्हें मालूम होना चाहिए कि वह बहुत कर्तव्य निष्ठ होता है और बहुत ज्यादा काम करता है. सफाई करने वाला आदमी बहुत ऊंचा होता है.
आयुक्त ने किया स्वागत : 16,54,73,000 रुपये की राशि से मंदार में रज्जु मार्ग, सौंदर्यीकरण, पर्यटकों के लिए अन्य सुविधा, अत्याधुनिक रेस्टोरेंट सहित अन्य का निर्माण किया जायेगा. मुख्यमंत्री अपने निर्धारित समय से करीब आधे घंटे विलंब से आये. हेलीपैड से मंच तक उन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लाया गया. वहीं मंच के पास हरिमोहरा मिशन की छात्राओं द्वारा आदिवासी नृत्य के बीच मुख्यमंत्री मंच तक पहुंचे.
उनके साथ कृषि मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री नरेंद्र सिंह, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्याम रजक, नगर विकास मंत्री सम्राट चौधरी एवं पर्यटन मंत्री डॉ जावेद इकबाल अंसारी भी थे. मंचासीन मुख्यमंत्री व अन्य मंत्रियों को आयुक्त द्वारा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया. इसके बाद मुख्यमंत्री द्वारा रिमोट दबा कर मंदार पर बनने वाले रोपवे का शिलान्यास किया गया. स्वागत भाषण पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव ने दी.
पर्यटन मंत्री द्वारा सीएम सहित अन्य मंत्रियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. वहीं मंच पर बांका सांसद जय प्रकाश नारायण यादव, धोरैया विधायक मनीष कुमार, कटोरिया विधायक सोने लाल हेम्ब्रम, विधान पार्षद मनोज यादव, भागलपुर नगर निगम के मेयर दीपक भुवानियां, पूर्व विधायक भोला प्रसाद यादव, रामदेव यादव, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, जदयू के ओम प्रकाश मंडल, भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिंह, जिला परिषद अध्यक्षा श्वेता कुमारी, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार, आयुक्त भागलपुर आर एल चौंग्थु, आइजी बच्चु सिंह मीना, डीआइजी संजय सिंह, डीएम साकेत कुमार, एसपी डा. सत्यप्रकाश, अद्वैत मिशन मंदार विद्यापीठ के सचिव आदित्य नाथ के अलावे राजद, जदयू, कांग्रेस, भाजपा के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.
कठमुल्ले लड़ाना चाहते हैं, सावधान रहें
मुख्यमंत्री ने आये दिन तरह-तरह के बयानबाजी के संबंध में कहा कि कठमुल्ले आपस में लड़ाना चाहते हैं. उनसे सावधान रहने की जरूरत है. बिहार और हिन्दुस्तान एक ऐसा बगीचा है, जहां हजारों रंग के फूल खिले हैं. बगीचे में एक रंग का फूल रहने से उसकी सुंदरता बेकार रहती है.
हिंदू, मुसलिम, सिख, ईसाई सभी जातियों के धर्म-मजहब के लोगों को आपस में लड़ाने की बात पर उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मुजफ्फरपुर में हुई घटना पर 50 वर्षीय विधवा सैल ने दस लोगों को अपनी जान जोखिम में डाल कर बचाया था. जिसे उन्होंने 51 हजार नगद, इंदिरा आवास और उनके बच्चों के लिए 20-20 हजार रुपये अपने कोटा से देने की बात कही.
पर्यटन क्षेत्र को किया जायेगा विकसित
बांका सहित आसपास के इलाकों के पर्यटक क्षेत्रों को विकसित करने के संबंध में भी उन्होंने कहा कि बांका, भागलपुर, मुंगेर, जमुई, लखीसराय सहित अन्य जगहों को मिला कर एक सर्किट में जोड़ा जायेगा.
इन दिनों बिहार में करीब ढ़ाई करोड़ पर्यटक आ रहे हैं जो पहले इतना नहीं था. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने इसके बजट को और बढ़ाने की बात कहीं. इसके अलावा बौद्ध सर्किट, जैन सर्किट, गांधी सर्किट, सूफी सर्किट बना कर पर्यटन क्षेत्र को विकसित किया जायेगा.
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