बांकाः चुनाव आयोग की चाहत है कि मतदाता व नियंत्रण अधिकारी के द्वारा मतदान के पल-पल की निगरानी नियंत्रण कक्ष से की जाय. इसके लिए आयोग द्वारा निर्देश जारी किये गये हैं. मतदान की लाइव तसवीर मतदाता भी देख सकते हैं. ऐसे में आयोग का प्रयास यह है कि उस पोलिंग स्टेशन पर नियमों की अनदेखी का पता लगा कर समीप के संबंधित अधिकारी को दिशा निर्देश जारी करे. साथ ही यह निर्देश है कि अधिकारी मतदाता के तिथि से दो दिन पहले उक्त बूथ पर बेव कैम से प्रसारण की दूरुस्त व्यवस्था की जांच कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कर ले.
जिला अवर निर्वाचन पदाधिकारी मो गजाली से मिली जानकारी के अनुसार 11 प्रखंड वाले जिले बांका में सभी प्रखंडो के 1-1 मॉडल पोलिंग स्टेशन का चयन कर उस पर वेबकैम सेवा बहाल करने का प्रस्ताव है. इससे यहां के चुनाव का नियंत्रण कक्ष से भी निगरानी की जा सके. बाद में किसी तरह की शिकायत पर कैमरे में कैद तसवीरों से इसका पता लगाया जा सके. आम चुनाव कार्य को शांतिपूर्ण व सुरक्षा के बाबत जिले के नक्सल प्रभावित बूथों पर निर्धारित मतदान समय शाम छह बजे से घटाने का प्रस्ताव भेजा गया है.
सूत्रो के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा कारणों व पिछले आयोजित विभिन्न मतदानों का हवाला देते हुए इन बूथों पर पहले की तरह ही अन्य बूथों की तुलना में निर्धारित कम समय में ही मतदान कराये जाने का प्रस्ताव है. हालांकि अभी निर्वाचन आयोग के सहमति के बाद ही यह संभव हो पायेगा.
मतदान केंद्रो पर इस बार बीएलओ मतदाताओं का वोटिंग स्लीप लेकर उपस्थित रहेंगे. जिससे वहां उपस्थित स्लिप के अभाव में मतदान से वंचित नहीं रह सकें. अवर निर्वाची अधिकारी मो गजाली ने बताया कि कर्मी के अभाव में इस व्यवस्था को लागू करने के लिए अस्थायी बीएलओ की नियुक्ति भी संभव है. जिसपर विचार होना है. वैसे एआरओ के द्वारा हस्ताक्षरित मतदाता पहचान पत्र की सूची 18 अप्रैल तक सुनिश्चत करे. इसके बाद कार्यालय में मतदाता सूची रखा जाना है.