औरंगाबाद नगर : सदर अस्पताल गुणवत्ता की जांच करने के लिये प्रदेश से पहुंची चार सदस्यीय टीम के सामने अस्पताल के चिकित्सकों ने अपनी समस्याओं को लेकर जमकर हंगामा किया.
साथ ही टीम के सदस्यों को खरी-खोटी सुनाई. हंगामा करते हुए डाॅ सरताज अहमद ने कहा कि सदर अस्पताल को तो आदर्श अस्पताल का दर्जा प्राप्त हो गया, लेकिन व्यवस्था पीएचसी से भी कमजोर है. इस अस्पताल में न तो अल्ट्रासाउंड होता है और न ही एक्सरे. यहां तक की टायफाइड रोग की भी जांच नहीं होती है, क्या यही है सदर अस्पताल की व्यवस्था. यही नहीं मुसलिम समुदाय से आने के बावजूद बकरीद के दिन उनकी ड्यूटी लगायी हैै. डाॅ सुनील कुमार ने कहा कि सदर अस्पताल में चिकित्सकों की घोर कमी है. हर रोज ड्यूटी करनी पड़ रही है. एक दिन भी छुट्टी नहीं मिल पा रही है.
डाॅ आरबी चौधरी ने कहा कि रात में जब पोस्टमार्टम करने के लिये जाते हैं, तो जान हथेली पर रख लेते हैं. पोस्टमार्टम हाउस में सुविधा नाम की कोई चीज नहीं है. इधर, राज्य स्वास्थ्य समिति के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक ने कहा कि वे मीडिया से बात करने के लिये अधिकृत नहीं हैं. सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा राजकुमार प्रसाद ने कहा कि चिकित्सक बेवजह हंगामा कर रहे हैं. जांच की सभी सुविधा उपलब्ध है. जल्द ही पोस्टमार्टम हाउस को भी चालू करा दिया जायेगा.