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युवाओं को अब घर में ही रोजगार
अच्छी पहल. कुटीर उद्योग के लिए 25 गांवों को बिजली मुहैया करायेगा वन विभाग जिले के बिजली से वंचित 25 गांवों को सोलर सिस्टम में जोड़ने की तैयारी वन विभाग ने शुरू कर दी है. जिन गांवों को सोलर सिस्टम से जोड़ा जायेगा, वहां के बेरोजगार युवकों को गांवों में रोजगार का साधन उपलब्ध होगा. […]
अच्छी पहल. कुटीर उद्योग के लिए 25 गांवों को बिजली मुहैया करायेगा वन विभाग
जिले के बिजली से वंचित 25 गांवों को सोलर सिस्टम में जोड़ने की तैयारी वन विभाग ने शुरू कर दी है. जिन गांवों को सोलर सिस्टम से जोड़ा जायेगा, वहां के बेरोजगार युवकों को गांवों में रोजगार का साधन उपलब्ध होगा. साथ ही जिले को हरा-भरा बनाने की भी योजना है. कैंपा मद से चार लाख 66 हजार पौधा वित्तीय वर्ष 2016-17 में लगाये जायेंगे.
ग्रामीण इलाकों को सोलर सिस्टम से जोड़ने की तैयारी शुरू
औरंगाबाद (ग्रामीण) : जिले के बिजली से वंचित 25 गांवों को सोलर सिस्टम में जोड़ने की तैयारी वन विभाग ने शुरू कर दी है. नारायणपुर, दुलारे, पथरा सहित पांच गांवों को इसके लिये चिह्नित भी कर लिया गया है. सोलर ग्रिड बनाने की स्वीकृति सरकार को समर्पित भी कर दी गयी है. बस इंतजार है
वन प्रशासन को हरी झंडी की. सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि जिन गांवों को सोलर सिस्टम से जोड़ा जायेगा, वहां के बेरोजगार युवकों को गांवों में रोजगार का साधन उपलब्ध होगा. आटा मील, धान कटाई व कुटाई के साथ-साथ विद्युत चालित यंत्र से अन्य कार्य भी हो सकेंगे. यानी कि लघु उद्योग के माध्यम से बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त होगा.
वन विकास अभिकरण योजना के तहत इन गांवों में बिजली पहुंचायी जायेगी. इसके अलावा इसी योजना से तालाब, कुएं की खुदाई व चापाकल लगाने का कार्य भी होगा. औरंगाबाद जिले को हरा-भरा बनाने की भी योजना है. कैंपा मद से चार लाख 66 हजार पौधा वित्तीय वर्ष 2016-17 में लगाये जायेंगे. यह कार्य जून के आखिरी सप्ताह या जुलाई के प्रारंभ में शुरू होगा. वन विभाग की माने तो बारिश शुरू होते ही पौधारोपण कार्य को गति दी जायेगी. वन प्रमंडल पदाधिकारी सुधीर कुमार कर्ण ने बताया कि मुख्यमंत्री निजी पौधशाला योजना के तहत 10 किसानों द्वारा दो लाख पौधा का पौधशाला तैयार किया गया है.
स्थायी पौधशाला (गैर योजना) के तहत पांच विभागीय पौधशाला में दो लाख 10 हजार पौधा तैयार किया गया है. बारिश शुरू होते ही वितरण कार्य व पौधारोपण कार्य प्रारंभ होगा. इसी वर्ष अवकृष्ट वनों का पुनर्वास योजना के तहत 15 लाख 25 हजार पौधा व भू-संरक्षण का कार्य योजना प्रस्तावित है. वन विकास अभिकरण के तहत एक लाख 54 हजार पौधे लगाने की भी योजना प्रस्तावित है. वन परिसर को भी हरा-भरा किया जायेगा.
इसके अलावा विभिन्न सड़कों के किनारे 30 हजार 200 और नहर व नदी के तटों पर 55 हजार 300 पौधे लगाये जायेंगे. पुलिस केंद्र के अलावा थानों, स्कूल परिसरों व उद्योग परिसरों को भी हरा-भरा किया जाना है.
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