औरंगाबाद (नगर) : जिलाधिकारी अभिजीत सिन्हा ने जनता दरबार लगा कर 168 लोगों की शिकायतें सुनीं. वन मंझौली गांव से पहुंचे प्रमोद यादव व विनोद यादव ने शिकायत की कि दुलारे पंचायत में मुखिया ने राशि का गबन किया है.
गोह के झारी गांव से पहुंचे राजू सिंह की शिकायत थी कि मेरी शादी नहीं हुई है, बावजूद इसके मुखिया व पंचायत सचिव द्वारा फर्जी पत्नी के नाम पर जॉब कार्ड बना कर डाक घर से अवैध राशि की निकासी कर ली गयी. डीएम ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. करमा बसंतपुर गांव से पहुंचे सरयू मिस्त्री ने शिकायत की कि इंदिरा आवास का लाभ नहीं दिया जा रहा है.
बनिया गांव से पहुंचे अनूप कुमार को डीलर सतीश पाठक द्वारा तीन माह से राशन व केरासिन नहीं मिलने की शिकायत थी. बेढ़ना से पहुंचे जयराम कुमार व राम ईश्वर गहलोत ने शिकायत की कि छात्रवृत्ति व पोशाक राशि में अनियमितता बरती गयी है. भटकुर गांव से पहुंचे जितेंद्र पाल ने शिकायत की कि मुखिया व पंचायत सचिव द्वारा अवैध राशि की निकासी विभिन्न योजनाओं में की गयी है.
पठान टोली से पहुंचीं नाजिया असरफी ने कहा कि शिक्षक नियोजन के लिए सात जगहों से आवेदन दिया. मेधा सूची में नाम आने के बाद भी नियुक्ति नहीं मिल रही है. डीएम ने सभी मामले को संबंधित पदाधिकारी के पास जांच करने के लिए भेज दिया.