औरंगाबाद (नगर) : गुरुवार को पुलिस लाइन में मतदान कराने वाले दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों के साथ डीएम, एसपी ने संयुक्त रूप से बैठक की. इस दौरान जिलाधिकारी कंवल तनुज ने संबोधित करते हुए कहा कि अगले 35 घंटे आप सभी के लिए एक चुनौतीपूर्ण है. आपके कंधों पर बड़ी जिम्मेवारी भारत निर्वाचन आयोग की है. हर हाल में समय के पहले अपने-अपने मतदान केंद्रों पर पहुंच जायें. संचार व्यवस्था को दुरुस्त रखें.
सेक्टर मजिस्ट्रेट के संपर्क में रहेंगे. चुनाव के दौरान आप सबों को सावधान रहने की जरूरत है. नक्सलियों द्वारा आइइडी भी लगाया जा सकता है. इस पर विशेष सतर्कता बरतनी है. क्योंकि यह जिला उग्रवाद प्रभावित है. हर हाल में सुबह छह बजे तक मॉक पॉल करायेंगे. इसके बाद सात बजे से मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ हो जायेगी. इवीएम सही तरीके से लगायेंगे. यदि गड़बड़ी होती है तो अविलंब सूचना दें. प्रखंड स्तर पर टीम की तैनात की गयी है, जो तुरंत इवीएम ठीक करेंगे. हड़बड़ी में इवीएम को कोई चेंज नहीं करेंगे. मास्टर ट्रेनर का इंतजार हर हाल में करना होगा.
शॉर्टकट रास्ता न अपनाये. जरूरत पड़े तो स्थानीय लोगों का भी सहयोग लें. मतदान केंद्र के आसपास भीड़ नहीं लगने देना होगा. मतदाता को यदि कोई धमकाया तो अविलंब उसे गिरफ्तार कर थाना भेजें. कोई भी व्यक्ति इवीएम को लूटने का प्रयास करेगा तो बिना कोई संकोच के बिना किसी से आदेश लिये सीधे गोली मार देना है. हम बूथ लुटेरों के साथ समझौता नहीं करते. इवीएम सही तरीके से मतदान केंद्र पर सील करना है. हर हाल में शांतिपूर्ण मतदान कराना हैं. मतदान केंद्र के अंदर कोई भी अंगरक्षक नहीं जायेंगे.
मतदान केंद्र के एक सौ मीटर की दूरी तक कोई भी व्यक्ति मोबाइल लेकर नहीं जायेगा. दो सौ मीटर तक कोई भी जनप्रतिनिधि का स्टॉल नहीं रहेगा. यदि कोई मतदाता को डरा धमका रहा है और अपने पक्ष में मतदान कराने का दबाव बना रहा हो वैसे व्यक्ति पर नजर रखेंगे.सावधानी बरतें, पहाड़ी इलाकों में रखें विशेष नजर : एसपी पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने कहा कि नक्सल प्रभावित यह जिला है. मदनपुर, देव, ढिबरा, कुटुंबा, नवीनगर, टंडवा थाना काफी उग्रवाद प्रभावित इलाका है. पहले घटनाएं घटी है. इसे ध्यान में रख कर विशेष रणनीति तय की गयी है. सावधानी बरतते हुए पहाड़ी इलाकों में विशेष नजर रखें. पैदल चले. वाहन कलस्टर सेंटर पर ही लगा हुआ रहेगा.
यह न हो कि रिश्तेदार के घर चल जायें. यदि ऐसा करेंगे और मामला संज्ञान में आया तो कार्रवाई भी होगी. समय पर बूथ पर पहुंचे. मुझे पूरा विश्वास है कि जंगल से बाहर नक्सली नहीं आयेंगे. पहाड़ को देख कर डरे नहीं. ऐसी व्यवस्था की गयी है कि परिंदा भी पार नहीं होगा. क्षेत्रों में बाइक से गश्ती होगी. जिले के उत्तरी इलाके में लैंड माइंस का खतरा रहता है. उसे गंभीरता से लें. इस दौरान सभी छह विधानसभा क्षेत्रों के सामान्य प्रेक्षक के साथ-साथ एसडीओ सुरेंद्र प्रसाद, एसडीपीओ पीएन साहू, वरीय उप समाहर्ता तेजनारायण राय, जनार्दन अग्रवाल, पुरुषोत्तम पासवान, मुकेश कुमार मुकूल, कुमार पंकज सहित अन्य लोग उपस्थित थे.