औरंगाबाद (नगर) : देव के राजा जगन्नाथ उच्च विद्यालय के खेल मैदान व ओबरा के हाइस्कूल खेल मैदान में चुनावी सभाओं को सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संबोधित करते हुए एनडीए व प्रधानमंत्री पर प्रहार किया. साथ ही औरंगाबाद के कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शंकर व ओबरा के राजद प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार सिन्हा के पक्ष में वोट करने का अपील लोगों से की. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आपके दरबार में अपनी हाजिरी दर्ज कराने आया हूं. इस निवेदन व विनती के साथ कि आप अपना कीमती वोट देकर महागंठबंधन चट्टानी एकता के साथ खड़ा है.
दूसरे तरफ भाजपा के नेतृत्व में गंठबंधन है, इसमें आपस में मेल नहीं है. एक पार्टी के लोग दूसरे पार्टी पर क्या-क्या बोलते रहते हैं यह किसी से छुपा नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जुबान पर लगाम नहीं है. तरह-तरह की बातें बोलते जा रहे हैं.
यहां तक कि मेरा डीएनए में भी गड़बड़ी होने की बात कह दी. हम बिहारी है और बिहार में बाहरी मुख्यमंत्री नहीं चाहिए, बल्कि बिहारी ही चाहिए. भाजपा वाले कहते हैं कि बिहार में अपराध हो रहा है. जंगलराज कायम हो गया. लेकिन, गृह मंत्रालय द्वारा जो आंकड़ा पेश किया गया है उसमें बिहार का नाम दूर-दूर तक नहीं है. बल्कि गुजरात, दिल्ली, मध्य प्रदेश जैसे अन्य राज्यों में अधिक अपराध की घटनाएं हुई है. प्रधानमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं. आज कल जीतनी बात प्रधानमंत्री कहेंगे, कल भाजपा के लोग उसे जुमला कहेंगे. भारतीय जनता पार्टी का नाम बदल कर भारतीय जुमला पार्टी कर देना चाहिए. कभी लालूजी को शैतान कह दिये तो हमें डीएनए में गड़बड़ होने की बात कह गये. यह कोई भाषा है. प्रधानमंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति का यही बोली है. प्रधानमंत्री जी को अब बहुत दर्द हो रहा है.
अपने पार्टी के सभी बुजुर्ग लोगों को किनारे लगा दिया. तकलीफ इस बात की है कि जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री के पद से हटा दिया, तो बनाया कौन था. जीतन राम मांझी को बनाये थे भाजपा वाले क्या. मांझी जी तरह-तरह की बात करते थे. बीजेपी वाले हमसे जवाब पूछते थे. यही नहीं बीजेपी वाले उन पर प्राथमिकी भी दर्ज करना चाहते थे. जब बीजेपी से मिल गये तो हम हटा दिया. आज ठेहुना से रो रहे हैं. बीजेपी महादलित की हितैषी है तो उन्हें सीएम का उम्मीदवार बना दे. हम काम के नाम पर वोट मांगने आये हैं. सभी क्षेत्रो में विकास हुआ है. कानून का राज स्थापित हुआ है. भाजपा वाले नारा लगाते थे भाजपा के तीन धरोहर अटल, आडवाणी, मुरली मनोहर. भापजा के बड़े नेताओं को नरेंद्र मोदी ने कोल्ड स्टोर में डाल कर छोड़ दिया. आज बीजेपी के जो भी नेता आते हैं उनकी क्या हालत है.
कितना नेता जुटा हुआ है. भारत सरकार के मंत्री रोज घुम रहे हैं. ऐसा लगता है कि इनके पास न तो कोई नेता है और नहीं कार्यकर्ता. हम बिहारी है अहंकारी नहीं है,बल्कि स्वाभिमानी है. जब कोई भी बिहार के स्वाभिमान को ललकारेगा तो हम जवाब देंगे. यहां के विकास की चर्चा विदेश तक होती है. यहां की लड़कियां साइकिल चला कर विद्यालय जा रही है. मैंने सात निश्चय किया है. अगली बार सरकार बनी तो हर घर में शौचालय व नल से पानी पहुंचेगा. बीजेपी वाले लोग परिवर्तन लाने की बात कहते हैं, क्या परिवर्तन लायेंगे. जो सड़क बना है उसे तोड़ देंगे.
यही परिवर्तन लायेंगे. बिहार तरक्की के रास्ते पर चल पड़ा है और इसे कोई रोक नहीं सकता. 2016 तक सभी गांवों में बिजली पहुंचा देंगे. नाली गली बना देंगे. मोदी जी स्मार्ट सीटी बनाने की बात करते है हम स्मार्ट गांव बनायेंगे. गांव के लोग स्मार्ट सीटी में झांकने तक नहीं जायेंगे. जो हम कहते है उसे पूरा करते हैं और मोदी जी सिर्फ झूठ बोलते हैं. बीजेपी के पास न तो नेता और नहीं कोई मुद्दा. बिहार को बिहारी ही चलायेगा, बाहरी नहीं.
इस मौके पर मंत्री ललन सिंह ने कहा कि 16 अक्तूबर को महागंठबंधन के प्रत्याशियों को भारी मतों से विजयी बनाये. सरकार को पांच साल का और मौका विकास करने के लिए दीजिए. फैसले की घड़ी आ गयी है. यह कोई आम चुनाव नहीं है. यह चुनाव देश का दिशा बदलने वाला है. बीजेपी का ऐसा गंठबंधन है जिसका कोई नेता नहीं है. बिहार के विकास की चर्चा पूरे देश में हो रहा है. युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा बराल, झारखंड के पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह, कुमारी गोदावरी, जिलाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शंकर सिंह, राजद प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार सिन्हा, विधायक ललन राम, पूर्व विधायक रेणु देवी, प्रमोद चंद्रवंशी सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया.