इस दौरान अभाविप के छात्र नेता ने कहा कि दिन-प्रतिदिन निजी विद्यालयों द्वारा बच्चों व उनके अभिभावकों से मनमाने शुल्क लिये जा रहे हैं. इसका खामियाजा अभिभावकों को भुगतना पड़ रहा है. स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्रओं से ही री-एडमिशन कराने के नाम पर अभिभावकों से मनमाने रुपये लिये जा रहे हैं. यही नहीं कमीशन लेने के लिए प्रत्येक सात किताब भी बदल दिये जा रहे हैं.
लेकिन, जिला प्रशासन द्वारा इस पर न तो कोई कार्रवाई कर रही है न ही कोई शुल्क निर्धारण किया गया है. आज स्थिति यह हो गयी है कि गरीब परिवार के बच्चों का नामांकन निजी विद्यालयों में नहीं हो पा रहा है और उनके बच्चे सरकारी विद्यालयों में पढ़ने को विवश हैं. यदि जल्द इस पर जिलाधिकारी द्वारा कार्रवाई नहीं की गयी तो बाध्य होकर अभाविप के छात्र चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होंगे. पुतला दहन में मीडिया प्रभारी अमित कु मार, नवल राज, नवनीत, अंकित, हर्ष राज अन्य लोग शामिल थे.