औरंगाबाद कार्यालय : औरंगाबाद जिला लगातार विकास की ओर अग्रसर है. बड़े-बड़े होटल,आलिशान भवन,बड़े कंपनियों के शो रूम, दुकानें व बिजली की दो-दो परियोजनाएं और अब भव्या पाइप उद्योग विकास की कहानी कह रहा है. हर जुबान पर जिले को विकास की ओर अग्रसर होने की बातें सुनी जा रही है. औरंगाबाद शहर से चंद दूरी पर एनएच 139 के किनारे स्थित भव्या पाइप उद्योग मगध का इकलौता पाइप उद्योग है, जहां दर्जनों बेरोजगारों को काम मिला है और अब भव्या पाइप धीरे-धीरे औरंगाबाद के बाद विभिन्न प्रदेशों में अपनी जगह बना रहा है. उक्त बातें भव्या पाइप उद्योग के निदेशक रंजन सिंह ने कर्मचारियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति बनाते हुए कही. उन्होंने बताया कि फिलहाल हर महीने 200 टन पाइप का प्रोडक्शन किया जा रहा है
. हर तरह की पाइप बनायी जा रही है और उसे औरंगाबाद जिले के अलावा बिहार के अन्य जिलों झारखंड, उत्तरप्रदेश व बंगाल में सप्लाइ की जा रही है. लगातार अन्य प्रदेशों से भी मांग हो रही है. रंजन ने बताया कि बिजली की स्थिति बेहतर नहीं है, इस वजह से काम में थोड़ी बाधा उत्पन्न हो रही है. लेकिन, बिजली परियोजनाओं के प्रारंभ होने के बाद स्थिति पूरी तरह बदल जायेगी. कर्मचारियों के साथ बैठक करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी ईमानदारी के साथ बेहतर उत्पाद के लिए काम करना होगा. 2021 तक एक हजार टन का लक्ष्य रखा गया है. आज औरंगाबाद के लोग भव्या पाइप की बेहतर क्वालिटी पर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. यही कंपनी के लिए काफी है. बैठक के दौरान कंपनी के प्रबंधक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि जून माह के अंत में डीलर मीट का आयोजन औरंगाबाद शहर में ही किया गया है, जिसमें सैकड़ों डीलर मौजूद रहेंगे. बैठक के दौरान एकाउंटेंट पवन कुमार,सप्लाई इंचार्ज चैत्नय ओझा, अंकित राज,सतीश कुमार,गोपाल मेहता आदि मौजूद थे.