नवीनगर (औरंगाबाद) : नक्सलियों द्वारा लेवी मांगने के मामले में प्रखंड के हरिहर उरदाना गांव में पिछले दो दिनों रामसेवक चौहान का घर है. रामसेवक चौहान ने बताया कि बुधवार की सुबह करीब पांच बजे 80 से 100 की संख्या में हथियारबंद नक्सली (टीपीसी के सदस्य) उनके घर पहुंचे और बेटे सह वार्ड सदस्य रंजीत कुमार चौहान को खोजने लगे.
नक्सलियों ने कहा कि आहर की मरम्मत करा दी गयी, लेकिन, अब तक लेवी नहीं दिया गया. इसके अलावा जिस कार्य को नहीं कराया गया है, उसमें भी नक्सली लेवी मांग रहे थे. उन्होंने कहा कि जब नक्सली उनके घर पहुंचे, तो उस समय उनका पुत्र रंजीत रिश्तेदारी में गया हुआ था. उसे बुलाने या मोबाइल पर बात कराने की बात नक्सली कह रहे थे. राजेश से मोबाइल पर बात नहीं कराने पर घर से बाहर निकाल कर नक्सलियों ने उनकी लाठी-डंडे व लात-घूंसों से जमकर पिटाई कर दी और वार्ड सदस्य रंजीत की मां सुभागी देवी, भाई बजरंगी कुमार चौहान, राकेश कुमार तथा चंचला कुमारी को घर से बाहर निकाल ताला जड़ दिया और कहा कि जब तक रंजीत उन लोगों से नहीं मिलेगा घर में ताला लगा रहेगा. ताला तोड़ने या खोलने पर नक्सलियों ने धमकी दी कि तुम लोगों की खैर नहीं है.
मोबाइल द्वारा पुलिस को सूचना देने के बावजूद घटनास्थल से महज आठ किलोमीटर दूर टंडवा थाने की पुलिस गुरुवार को सुबह 11 बजे तक नहीं पहुंची थी. रामसेवक ने बताया कि सभी नक्सली टीपीसी के सदस्य थे तथा पुलिस ड्रेस पहने हुए थे. घर में ताला बंद रहने के कारण परिवार के सदस्य गांव के लोगों से मांग कर भोजन कर रहे हैं.
इधर, टीपीसी की कार्रवाई के बाद हरिहर उरदाना गांव में भय का माहौल व्याप्त है. गांव का एक भी व्यक्ति इस मामले में कुछ भी बताने से परहेज कर रहा है. वहीं, पुलिस भी इस मामले में कार्रवाई से बच रही है. टंडवा थानाध्यक्ष का कहना है कि सूचना के आधार पर मामले की छानबीन की गयी, लेकिन अभी तक पीड़ित परिवार द्वारा कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है.