नवीनगर : पावर जनरेटिंग कंपनी एनपीजीसी के विस्थापित प्रभावित किसान मजदूर कल्याण समिति की बैठक आयोजित हुआ. औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने किसानों को अधिकार के बारे में जानकारी दिया. किसानों ने आम सभा कर मांग पत्र एनपीजीसी प्रबंधन को सौंपा. मांग पत्र में किसानों ने विस्थापित प्रभावित किसानों का भूमि अधिग्रहण के बाद आश्रितों को नौकरी देने, शेष भूमि का मुआवजा का भुगतान उसके असली मालिक को करने,
भू अर्जन अधिनियम 1884 के धारा 18 के तहत रेफरेंस कोर्ट में जाने का अधिकार किसानों को देने ,किसानों से कराया गया इकरारनामा पर किसी प्रकार का बाध्यकारी व्यवस्था नहीं करने तथा किसानों को फसल उत्पादन में सिंचाई व्यवस्था को बहाल करने, भीडीसी का बैठक 24 अगस्त 2013 के बाद नहीं होने को लेकर भीडीएसी का पुनर्गठन कर समिति के साथ बैठक करने, प्रभावित मजदूरों एवं पवनी लोहार, बढ़ई ,नाई,धोबी वगैरह को चयनित कर 750 दिनों का मजदूरी एक मुश्त भुगतान करने, प्रत्येक विस्थापित प्रभावित किसानों के गांवों के क्षेत्रों में शिक्षा,स्वास्थ्य,सड़क सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं का संचालन करने संबंधी मांग पत्र किसानों ने सौंपा.
सांसद सुशील कुमार सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि किसान परियोजना निर्माण में सहयोग करें और अपने अधिकारों के लिए एकजुट होकर बिचौलियों को बहिष्कार कर अपने अधिकारों की मांग करें. सभा की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष अरुण सिंह ने किया. इस दौरान बीआरबीसीएल के विस्थापित किसान अध्यक्ष नागेंद्र सिंह,उदय प्रताप,राम नारायण सिंह, भोला यादव, सत्येंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में विस्थापित प्रभावित किसान मजदूर शामिल थे.