शिक्षा संगोष्ठी सह कार्यशाला का आयोजन
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शिक्षक सेवा भावना से करें कार्य : राजेंद्र
शिक्षा संगोष्ठी सह कार्यशाला का आयोजन करपी (अरवल) : इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय करपी के प्रांगण में गुरुवार को करपी पंचायत की ओर से शिक्षा संगोष्ठी सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन जिला पार्षद आनंद कुमार चंद्रवंशी ने किया. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुंबई ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह […]
करपी (अरवल) : इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय करपी के प्रांगण में गुरुवार को करपी पंचायत की ओर से शिक्षा संगोष्ठी सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन जिला पार्षद आनंद कुमार चंद्रवंशी ने किया. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुंबई ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि शिक्षा समाज का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है. शिक्षा से ही मनुष्य व राष्ट्र तथा समाज का विकास होता है तथा शिक्षा ही मनुष्य को इनसान बनाता है.
उन्होंने आज की शिक्षा व्यवस्था पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शिक्षक सेवा भावना से कार्य नहीं कर रहे हैं. शिक्षकों को चाहिए कि वह अपनी जिम्मेदारी को प्रमुखता से निर्वहन करें, क्योंकि शिक्षक ही राष्ट्र निर्माता हैं. शिक्षक ही भारत के भविष्य का निर्माण करते हैं और जब राष्ट्र निर्माता ही सही ढंग से अपनी भूमिका का निर्वहन नहीं करेंगे,
तो नींव का कमजोर होना निश्चित है. इसलिए जरूरी है कि शिक्षक तन-मन से बच्चों को इस उद्देश्य से शिक्षित करें कि हम एक राष्ट्र को शिक्षित कर रहे हैं, ताकि मेरा देश विश्व गुरु बन सके. अभिभावकों को भी चाहिए कि जो भी शिक्षकों की समस्याएं हैं या विद्यालय की जो समस्याएं हैं, इनका समाधान सरकार व आपसी स्तर से मिल-जुल कर करें. संगोष्ठी की अध्यक्षता डॉक्टर मंटू मल्होत्रा ने की, जबकि संगोष्ठी को जिला पार्षद किरण देवी, जिला पार्षद वंशी के प्रतिनिधि अमलेश यादव, विनोद कुमार राय, स्थानीय सरपंच सुजाता देवी, करपी पंचायत की मुखिया केला देवी, पंचायत समिति सदस्य जनक प्रसाद, सुनीता देवी, बीइओ सालिकराम शर्मा समेत कई विद्यालयों के प्रधानाध्यापक ने अपनी बातें रखीं. संगोष्ठी में करपी बाजार निवासी इस वर्ष आइआइटी में सफल छात्र अजीत कुमार की मां को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया.
बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजें : बीडीओ
बीडीओ अखिलेश्वर कुमार ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में विकास करने के लिए सभी लोगों को मिल-जुल कर प्रयास करना होगा, क्योंकि वर्तमान में जो शिक्षा व्यवस्था है, उस शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करना हम सब की जिम्मेदारी है. उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया कि वह अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजें और पढ़ाई के प्रति बच्चों पर विशेष ध्यान रखें. अभिभावक सिर्फ स्कूल भेज कर ही अपने कर्तव्यों की इतिश्री न करें, बल्कि घर पर भी नियमित रूप से बच्चों की पढ़ाई, व्यवहार, आचरण का ख्याल रखें, तभी उनका लाल क्षेत्र व राष्ट्र का नाम रोशन करेगा.
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