वार्ड संख्या 25 टाउन हॉल से लेकर चांदनी चौक तक फैला हुआ है. जामा मसजिद इलाके में घनी आबादी होने के बावजूद यहां सड़क किनारे नाला नहीं बना है, जिस कारण यहां के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बजबजाती नालियों की दुर्गंध लोगों को बीमार बना देता है.
अररिया : नगर पार्षद अररिया का वार्ड संख्या 25 एक महत्वपूर्ण वार्ड है़ टाउन हाल, जामा मसजिद, मौलवी टोला, सदर अस्पताल के आसपास से लेकर चांदनी चौक तक फैला हुआ यह वार्ड शहर का मुख्य आकर्षण है़
सड़क किनारे गरीब-गुरबे अपनी दुकान लगा कर सब्जी, फल बेचते हैं, तो टार्च, घड़ी रिपेयरिंग, टेलर्स की दर्जनों दुकानें होती है़ लेकिन जामा मसजिद रोड से महात्मा गांधी रोड किनारे घनी आबादी के बावजूद सड़क किनारे नाला नहीं होने से वार्ड वासी परेशान रहते है़ं वहीं सद्भावना द्वार से मौलवी टोला जाने वाली सड़क किनारे नाला की जर्जरता, गंदगी वार्ड के विकास व साफ-सफाई पर सवाल खड़ा करता है़ बजबजाती नाली से बहते पानी के किनारे अमरूद, केला बेच रही महिला भी नाक पर कपड़ा ले कर बैठती है. पूछने पर कहती है बाबू पेट का सवाल है. यही तो रोजी है हमारी.
डीपीएस मोड़ से दक्षिण क्रबिस्तान के किनारे स्थित छोटी मसजिद जाने वाली सड़क के किनारे नाला का आधा-अधूरा निर्माण हुआ है़ उसके बाद के हालात कैमरे में कैद तसवीर खुद बयां करती है़ यह सच है कि विकास की रेखा खिंची गयी है़ खलीलाबाद की जर्जर सड़क का जीर्णोद्धार हुआ है़ बावजूद नाला निर्माण को लोग जरूरी मानते हैं. घनी आबादी की वजह से जल निकासी की समस्या लोगों को परेशान कर रखा है़ कई जगहों पर बिजली तार बदलने को लोग जरूरी मानते हैं. लोगों ने बताया कि यदा-कदा जर्जर बिजली तार टूट कर नीचे गिर भी पड़ता है़ बताया गया कि जर्जर लटकते तार से सट कर मकान निर्माण के क्रम में एक वर्ष पूर्व एक किशोर की मौत भी हुआ था़
कई नामचीन आवासीय होटल इस वार्ड का शान बढ़ाते है़ं मगर साफ-सफाई की व्यवस्था को और दुरुस्त करने की बात लोगों द्वारा कही जाती है़