रानीगंज : क्षेत्र के खरहट पंचायत अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय धानुक व कुंजरा टोला में शिक्षक की कथित मनमानी से सैकड़ों बच्चों का शैक्षणिक विकास बाधित है. स्थापना के एक दशक बाद भी संबंधित विद्यालय में न तो भवन की उपलब्धता सुनिश्चित हो पायी है. और न ही मानक के अनुरूप शैक्षणिक गतिविधि का संचालन हो रहा है. स्वच्छ व सुरक्षित व्यवस्था के बीच पठन-पाठन की प्रक्रिया केवल कागजों तक ही सीमित है.
यूं कहे, तो पढ़ने की ललक को ले प्रतिदिन दो सौ से अधिक बच्चे विद्यालय आते हैं. लेकिन देर से आना व जल्दी जाने की आदत इस विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की बनी हुई है. इसमें एक शिक्षिका तो कभी-कभार केवल उपस्थिति पंजी में अपना हस्ताक्षर करने आती है. गुरुवार को स्थानीय मुखिया बुद्धदेव विश्वास ने ग्रामीणों की मौजूदगी में इस विद्यालय का निरीक्षण किया. मौके पर प्रभारी प्रधानाध्यापक मो याहया पठन-पाठन की जगह सैकड़ों की संख्या में मौजूद बच्चों की केवल रखवाली करते नजर आये. भवन के अभाव में जलकुंभी व जलजमाव के पास बच्चों को बैठा कर किसी तरह समय गुजारने में लगे थे.
वहीं एक शिक्षिका रूबी कुमारी पांच अगस्त से ही लगातार बिना सूचना अनुपस्थित थी. ग्रामीणों की शिकायत पर मुखिया श्री विश्वास ने प्रभारी प्रधानाध्यापक से विद्यालय विकास व अन्य गतिविधियों के संबंध में पूछताछ की, तो कई चौंकाने वाली बात सामने आयी. कुल नामांकित 321 बच्चों में से औसतन दो सौ से अधिक बच्चों की उपस्थिति दर्ज होती है. प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित कुल दो शिक्षक कार्यरत हैं. लेकिन प्रधानाध्यापक के अनुसार शिक्षिका रूबी कुमारी विद्यालय से बराबर गायब ही रहती है. वर्ष 2006 में विद्यालय स्थापना के बाद समाजसेवी स्वर्गीय शनिचर मंडल की पत्नी मसोमात राधा देवी ने 30 जुलाई 08 को दानपत्र केवाला संख्या 2371 के माध्यम से अपनी बसोबास की कीमती 15 डिसमिल भूमि विद्यालय के नाम निबंधित कर दी. विभागीय तौर पर भवन निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र भी मिला हुआ है. मुखिया ने कहा कि गैरहाजिर शिक्षिका के स्थानांतरण के साथ ही विद्यालय के समुचित विकास की पहल की जायेगी. वहीं बीइओ मो इफ्तखारूल जमा ने कहा कि मुखिया के माध्यम से शिकायत मिली है. मामले की जांच व जल्द ही भवन निर्माण प्रक्रिया आरंभ होगी. इसके लिए प्रधानाध्यापक को निर्देश दिये जाने की बात उन्होंने कही.