अररिया : जिले को मांग के अनुरूप बिजली की आपूर्ति नहीं हो पाने से पावर कट की समस्या दिन ब दिन गहराती जा रही है. जिला विद्युत आपूर्ति पदाधिकारी तपश कुमार के मुताबिक जिले में रोजाना 48 मेगावाट बिजली की खपत है. इसमें फिलहाल जिले को महज 20 मेगावाट बिजली ही उपलब्ध हो पा रही है.
वे कहते हैं कि जिले को बिजली की आपूर्ति एनटीपीसी कहलगांव और बाढ़ स्थित पावर प्लांट से होती है. बाढ़ स्थित हाइड्रोलिक पावर प्लांट के उत्पादन क्षमता में आयी कमी के कारण जिले को मांग के अनुरूप बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है. इससे जिले में पावर कट की समस्या बनी हुई है. हालांकि गरमी बढ़ने के बाद समस्या के गंभीर होने के सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
जिले में हैं डेढ़ लाख बिजली उपभोक्ता, करोड़ों का राजस्व विभाग को होता है प्राप्त
जिले के करीब डेढ़ लाख परिवार बिजली के नियमित उपभोक्ता हैं, जो विभाग को विद्युत विपत्र के रूप में करोड़ों की राशि मासिक शुल्क के रूप में अदा करते हैं.
जानकारी मुताबिक विभाग को प्रति माह साढ़े चार करोड़ की राशि मासिक शुल्क के रूप में प्राप्त होती है. इसके बाद भी ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति नियमित नहीं हो पाने से उपभोक्ता परेशान हैं. उपभोक्ताओं की मानें तो गरमी के दिनों में बिजली की सबसे ज्यादा जरूरत महसूस होती है. पर स्थिति इन्हीं दिनों में सबसे बदतर हो जाती है. विभाग को मासिक शुल्क के रूप में एक बड़ी राशि के भुगतान के बाद भी खास कर गरमी के दिनों में बिजली की अनियमित आपूर्ति पर उपभोक्ता नाराज दिखे.