अररिया: नगर थाना पुलिस ने बंगाल से वाराणसी ले जाये जा रहे गांजा के साथ दो लोगों की गिरफ्तारी किया है. निश्चय ही यह बड़ी उपलब्धि है. इस कार्रवाई के बाद नगर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार साहा के सूचना तंत्र की लोगों ने तारीफ भी की, लेकिन सवाल उठता है कि सिलीगुड़ी से गांजा लदा पिकअप वैन रवाना हुआ और इसकी भनक किशनगंज जिला में पड़ने वाले थाना, जिला के जोकीहाट, बैरगाछी ओपी पुलिस तक को नहीं लगी.
इससे एनएच पर गश्ती का जितना दावा किया जाता हो, उसकी कलई खुल गयी. लगभग 150 किलोमीटर का रास्ता तय करने के दौरान न तो कहीं वाहन की जांच की गयी और न ही वाहन को रोका गया. इसका खुलासा गिरफ्तार चालक गौर डे व वाहन मालिक पुत्र टिंकू सरकार ने किया.
इस बरामदगी से यह तथ्य भी सामने आया कि सिर्फ नेपाल सीमा से ही नहीं पश्चिम बंगाल के रास्ते भी गांजा की तस्करी की जाती है, जिस तरीके से गांजा के पैकेट को वैन में रख कर ऊपर से तरबूज लोड किया गया था. वह निश्चय ही शातिर दिमाग तस्कर की कारस्तानी मानी जा सकती है. बहरहाल इतने बड़े पैमाने पर गांजा की बरामदगी ने यह साबित कर दिया कि नशीली पदार्थों की तस्करी बड़े पैमाने पर की जा रही है. इससे जवाबदेह विभाग की उदासीनता व सूचना तंत्र की कमजोरी भी सामने आती है.