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नप प्रशासन के आदेश के विरोध में सफाई मजदूरों ने किया प्रदर्शन

फारबिसगंज : करीब तीन वर्षों से फारबिसगंज नप में मास्टर रोल पर कार्य करने वाले 26 सफाईकर्मियों ने नप प्रशासन की ओर से कार्य से हटाये जाने को लेकर गुरुवार को नप कार्यालय पहुंचकर कार्यालय परिसर में ही नप प्रशासन के मनमानी रवैया के खिलाफ जम कर प्रदर्शन किया. नप प्रशासन के उक्त आदेश से […]

फारबिसगंज : करीब तीन वर्षों से फारबिसगंज नप में मास्टर रोल पर कार्य करने वाले 26 सफाईकर्मियों ने नप प्रशासन की ओर से कार्य से हटाये जाने को लेकर गुरुवार को नप कार्यालय पहुंचकर कार्यालय परिसर में ही नप प्रशासन के मनमानी रवैया के खिलाफ जम कर प्रदर्शन किया.

नप प्रशासन के उक्त आदेश से नाराज हो कर प्रदर्शन करने वाले मस्टर रोल पर कार्य करने वाले आक्रोशित सफाईकर्मियों में मुख्य रूप से अरविंद मरिक, संजय मरिक, रौशन मरिक, सुनील मरिक, सोनू उर्फ रोहित मरिक, सन्नी मरिक, विष्णु मरिक, धानु मरिक, नीरज मरिक, अनंद मरिक, आकाश मरिक सहित अन्य शामिल थे.
आक्रोशित मस्टर रोल पर कार्य करने वाले सफाई मजदूरों ने कहा कि वे लोग 27 सफाईकर्मी नप कार्यालय में करीब तीन वर्षों से मस्टर रोल पर सफाई मजदूर के रूप में काम करते आ रहे हैं.
लेकिन अचानक नप प्रशासन ने कुल मास्टर रोल पर काम करने वाले उन 27 सफाई मजदूरों में से 26 सफाई मजदूरों को हटा दिये जाने की बात कही जा रही है, लेकिन एक को नही हटाने की बाते कही जा रही है.
कहा कि नप प्रशासन मास्टर रोल पर काम करने वाले उक्त सफाई मजदूरों के साथ अन्याय कर रहा है. जिससे उनलोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. इसी कारण से वे लोग नाराज हो कर प्रदर्शन करने पर मजबूर हो रहे हैं.
बताया जाता है कि नप के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक कुमार ने अपने पत्रांक 562 दिनांक 18 अप्रैल 19 के माध्यम से पत्र निर्गत कर नप से कुल 26 मजदूर जिसे मस्टर रोल पर भुक्तान किया जाता है, उन्हें अगले आदेश तक कार्य से मुक्त किया जाता है.
भुगतान के लिए विपत्र कार्यालय में नहीं करायेंगे प्रस्तुत
पत्र में कहा गया है कि 18 अप्रैल के बाद मास्टर रोल के द्वारा भुक्तान प्राप्त करने वाले मजदूरों से सफाई संबंधी कार्य नहीं करायेंगे व उनके किसी भी तरह का भुगतान के लिए विपत्र कार्यालय में प्रस्तुत नही करायेंगे.
निर्गत पत्र में नप ईओ ने लिपिक शिव शंकर तिवारी को कड़े निर्देश दिये हैं कि उक्त आदेश के अनुपालन में आपके द्वारा मनमानी व लापरवाही बरतने पर आपके विरुद्ध अनुशासनिक कारवाई की जायेगी.
हालांकि इस संदर्भ में नप कर्मचारी संघ के सचिव सूरज कुमार सोनू ने कहा कि नप प्रशासन की ओर से तीन वर्षों से मस्टर रोल पर काम करने 27 सफाई मजदूरों में से 26 सफाई मजदूरों को कार्य से हटाये जाने का निर्देश दिया जाना नप प्रशासन तानाशाही रवैया दर्शता है.
उन्होंने कहा कि जब 29 अक्टूबर 2018 को नप बोर्ड के विशेष बैठक में प्रस्ताव संख्या दो में सर्वसम्मति पारित है कि जो संविदा व दैनिक मजदूर वर्षों से काम कर रहे हैं उन्हें हटाया नहीं जायेगा तो फिर बिना बोर्ड के निर्णय के नप ईओ ने कैसे हटाने का आदेश निर्गत किया. कहा कि यदि हटाना ही था तो नोटिस देकर हटाना चाहिये ताकि मजदूर आगे गुहार लगा सके बिना नोटिस दिये हटाना उचित नहीं है.
जरूरत होगी तो फिर से मजदूरों को रखा जायेगा
जरूरत के मुताबिक मास्टर रोल पर मजदूरों को रख कर काम कराया जाता है. जब आवश्यकता नहीं होती है तो उन्हें हटाया जाता है. ऐसा ही किया गया है कि नप में मास्टर रोल पर काम करने वाले सफाई मजदूर की आवश्यकता समाप्त होने के कारण कार्य से मुक्त किया गया है. जब आवश्यकता पड़ेगी तब फिर से उन्हें रखा जायेगा.
दीपक कुमार, नप ईओ

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