फारबिसगंजः अररिया के फारबिसगंज में भाजपा प्रत्याशी प्रदीप सिंह के समर्थन में आयोजित सभा में नरेंद्र मोदी के निशाने पर पूरी तरह कांग्रेस, सोनिया और राहुल ही रहे. अपने 20 मिनट के संबोधन में मोदी ने कांग्रेस पर जम कर निशाना साधा.
मोदी ने जदयू का तो नाम एक बार भी नहीं लिया. इतना ही नहीं सिर्फ एक बार ही उन्होंने लालटेन को दिल्ली नहीं भेजने की अपील की. मोदी जैसे ही मंच पर पहुंचे तो तत्काल प्रत्याशी प्रदीप सिंह ने सभा को संबोधित किया. इसके बाद सीधे मोदी डायस पर पहुंचे और लोगों को संबोधित करना शुरू किया. भारी भीड़ से गदगद मोदी ने कहा कि यह भीड़ बता रही है कि हवा का रूख किधर है.
सोनिया गांधी को जहां मैडम सोनिया जी कह कर संबोधित किया तो इस बार शहजादे को बालक बताते हुए जम कर व्यंग्य किया. मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि बालक हैं, उनके बारे में क्या कहें. दो दिन पूर्व राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए गुजरात के विकास को टॉफी मॉडल बताया था. इसका जवाब फारबिसगंज की सभा में मोदी ने दिया. मोदी ने राहुल का नाम लिये बिना कहा कि शहजादे तो अभी बालक हैं. उन्हें क्या पता कि टॉफी और ट्रॉफी में क्या फर्क होता है. इतना ही नहीं इशारे ही इशारे में उन्होंने गुजरात की उपलब्धियों को भी बता दिया.
मोदी ने कहा कि वह बालक हैं, इसलिए गुब्बारा और टॉफी-टॉफी कर रहे हैं. हम तो 14 साल से विकास की ट्रॉफी ला रहे हैं. देश और विदेश से 300 से अधिक ट्रॉफियां लाये हैं. इतना ही नहीं सोनिया और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि देश को लूट लिया. जो लूटा, उसे कहां रखा. देश में रखा या फिर विदेश में. मोदी के भाषण में जम कर तालियां बजीं. एक बार तो मोदी बहुत ही भावुक हो गये. संबोधन के दौरान जब भीड़ मोदी-मोदी करने लगी, तो उनके संबोधन का लय टूट गया लेकिन उन्होंने उत्साहित भीड़ से अपील की कि उनके प्यार को तो वे कभी भूल ही नहीं सकते. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा प्यार सबके भाग्य में नहीं होता है.
वे अभिभूत हैं. संबोधन के अंत में बिहार की चर्चा करते हुए पटना में मारे गये लोगों को नमन किया और कहा कि ऐसा कम ही होता है कि गोली, बम के बीच भी लोग उन्हें आशीर्वाद देने के लिए डटे रहे. ऐसे में बिहार का तो उन पर सवाया अधिकार हो गया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की सत्ता बदलने में बिहार सबसे आगे है लेकिन उन्होंने यह भी चेताया कि केंद्र में मजबूत सरकार चाहिए. यदि मजबूत सरकार होगी तो मोदी मजबूत होगा. मोदी मजबूत होगा तो काम मजबूत होगा.