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एबीसी नहर पर मंडरा रहा खतरा

मजदूर लगाकर की जा रही तटबंध की मरम्मती अररिया : अररिया ब्रांच केनाल नहर के तटबंध पर बढ़े पानी के दबाव के कारण कई स्थानों पर तटबंध टूटने के कगार पर पहुंच चुका है. अररिया में महादलित बस्ती के पास व उससे आगे भी तटबंध कुछ हिस्सों में टूट चुका है. जहां से पानी रिशाव […]

मजदूर लगाकर की जा रही तटबंध की मरम्मती

अररिया : अररिया ब्रांच केनाल नहर के तटबंध पर बढ़े पानी के दबाव के कारण कई स्थानों पर तटबंध टूटने के कगार पर पहुंच चुका है. अररिया में महादलित बस्ती के पास व उससे आगे भी तटबंध कुछ हिस्सों में टूट चुका है. जहां से पानी रिशाव लगातार जारी है. वहीं नरपतगंज व परवाहा के बीच में भी एक स्थान पर पानी का दबाव बना हुआ है. जिससे नहर के तटबंधों के टूटने का खतरा मंडरा रहा है. अगर नहर का तटबंध टूटता है तो इससे नहर के आस-पास के गांवों समेत खेतों में लगे सैकड़ों एकड़ फसल को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है. हालांकि इन पर जिला प्रशासन समेत सिचांई प्रमंडल के अधिकारी लगातार नजर बनाये हुए हैं
. नहर के तटबंध से हो रहे रिशाव को रोकने के लिए वार्ड संख्या 16 के पूर्व नगर पार्षद संजय अकेला के सूचना पर एसडीओ संजय कुमार, एसडीपीओ केडी सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी भवेश कुमार, सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता महेंद्र चौधरी वहां पहुंचे. तत्काल मजदूर रख कर बोरा में मिट्टी भर का तटबंध को मरम्मत करने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि नप के पूर्व पार्षद श्री अकेला ने बताया कि प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गयी है. नहर के पानी के रिशाव को रोकने के लिए महादलित समुदाय के लोग खुद से ही बोरों में मिट्टी डालकर तटबंधों को मरम्मत करा रहे हैं. अगर स्थिति पर जल्द ही प्रशासन द्वारा लगाम नहीं लगाया गया तो नहर के तटबंध के टूटने से पानी का बहाव शहर में भी फैल सकता है.
कहते हैं कार्यपालक अभियंता : नहर में बढ़े पानी के दबाव का कारणों के संदर्भ में सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता महेंद्र चौधरी ने बताया कि नरपतगंज प्रखंड से आगे नहर के अंदर कुछ नदियों का पानी ओवर फ्लो होकर घुस रहा है. साथ ही कोशी में बढ़ रहे पानी के कारण भी पानी डिसचार्ज किये जाने के कारण भी पानी का दबाव बढ़ रहा है. बताया कि अभी तो मेन कनाल को बंद करा दिया गया है. लेकिन जिस प्रकार से पानी का दबाव बढ़ रहा है तटबंधों के टूटन का खतरा बरकार है. उन्होंने कहा कि ज्यादातर परेशानी उन तटबंधों पर आ रही है. जहां पर लोग बघ बनाकर रह रहे हैं. अगर लोग घार हटा लेते हैं तो जेसीबी लगाकर तटबंधों पर मिट्टी डालकर मजबूत किया जा सकता है. लेकिन इन स्थानों पर लोग घर हटाने के लिए तैयार नहीं हैं.

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