पटना: केंद्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने भाजपा पर निशाना साधते हुए आज कहा कि शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) से गठबंधन करने या हाथ मिलाने वालों के दिल में उत्तर भारतीयों के प्रति हमदर्दी नहीं हो सकती. पटना में आज संवाददाताओं को संबोधित करते हुए तारिक ने भाजपा पर निशाना साधते हुए यह बातें कहीं.
तारिक ने कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी बिहार में आकर इस प्रदेश की विकास और सदभावना की बात करते हैं और वहीं दूसरी तरफ बिहार वासी और उत्तर भारतीयों के खिलाफ नफरत और घृणा की नीति अपनाने वाले शिवसेना और मनसे के साथ गठबंधन और हाथ मिलाते हैं. इससे साबित होता है कि उनके दिल में बिहार वासियों और उत्तर भारतीयों के प्रति कोई हमदर्दी नहीं है.
मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा आसन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के खिलाफ अपना प्रत्याशी नहीं खड़ा करना तथा चुनाव बाद मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में मदद करने के संबंध में दिए गए बयान ने भाजपा की कलई खोल दी है. सभी लोग जानते हैं कि बिहार वासियों सहित उत्तर भारतीयों के बारे में राज ठाकरे की क्या विचारधारा है.
राज ठाकरे के इस कदम का भाजपा द्वारा स्वागत किए जाने की निंदा करते हुए तारिक ने कहा कि मनसे लगातार बिहार वासियों और उत्तरभारतीयों के खिलाफ घृणा की राजनीति करती रही है और उसके साथ कोई भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से अगर कोई भी दल गठबंधन करती है तो यह सीधे तौर पर उत्तर भारतीयों की भावना के विपरित होगा.तारिक ने आरोप लगाया कि वाराणसी लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी और उक्त पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की तथा लखनउ लोकसभा सीट को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह तथा लालजी टंडन की दावेदारी ने भाजपा में पूर्व से ही जारी अंतर्द्वद की पुष्टि कर दी है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा यह दावा करती है पूरे देश में नरेंद्र मोदी की लहर है वहीं दूसरी तरफ उस पार्टी के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार और उस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपनी जीत को लेकर आश्वास्त नहीं हैं. वे ऐसी सीट से चुनाव लडना चाहते हैं जहां से उनकी जीत पक्की हो तो फिर उनके द्वारा जिस लहर की बात की जा रही है उसकी हकीकत का अंदाजा लगाया जा सकता है.
तारिक ने कहा कि देश को संप्रदायिकता के खतरे से बचाने के लिए बिहार में उनकी पार्टी कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन किया है और आसन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा के वर्चस्व को रोकने में कामयाब रहेंगे. उन्होंने कहा कि संप्रदायिकता के कारण देश का एकबार बंटवारा हो चुका है और वह नहीं चाहते कि देश में फिर वैसी स्थिति उत्पन्न हो.
तारिक ने कहा कि मीडिया में आयी उस खबर जिसमें भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष वैंकय्या नायडु ने कहा है कि वर्ष 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी ने नरेंद्र मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटाने का निर्णय ले लिया था पर पार्टी के दबाव में वे ऐसा नहीं कर सके. इससे स्पष्ट हो गया है कि मोदी पर जो आरोप लगाए जाते रहे हैं वह सही हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की नीति, विचारधारा और इतिहास क्या यह स्पष्ट है और ऐसे व्यक्ति को प्रधानमंत्री के पद पर बिठाया जाना देश की एकता एवं अखंडता के हित में नहीं है.