12.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सीमा पर शहीद जवान के परिजन बने पैसे के लालची, पत्नी से कर रहे हैं गंदा सलूक

पटना : एक हाथ में माेटी फाइल, तो दूसरे में आठ वर्षीय बेटी का हाथ थामे शिविर में पहुंची शहीद की पत्नी बेबी निहारिका. न्याय की आस में अपनी बारी का इंतजार कर रही थी. आखिरकार नंबर आ ही गया. और शहीद की बीबी को बुलाया गया. उन्होंने कहा कि मैम अपनी बच्ची की अच्छी […]

पटना : एक हाथ में माेटी फाइल, तो दूसरे में आठ वर्षीय बेटी का हाथ थामे शिविर में पहुंची शहीद की पत्नी बेबी निहारिका. न्याय की आस में अपनी बारी का इंतजार कर रही थी. आखिरकार नंबर आ ही गया. और शहीद की बीबी को बुलाया गया. उन्होंने कहा कि मैम अपनी बच्ची की अच्छी परवरिश करना चाहती हूूं. ताकि, शहीद पति की इच्छा पूरी कर सकूं. कुछ इसी तरह की गुहार बुधवार को छज्जूबाग स्थित महिला हेल्पलाइन में राष्ट्रीय महिला अायोग की ओर से आयोजित जन सुनवाई शिविर में शहीद की पत्नी ने लगायी. उन्होंने कहा कि मैं शहीद प्रवाल परिमल की पत्नी हूं. वे झारखंड सीआरपीएफ में कार्यरत थे. सेवा के दौरान उनकी मृत्यु 10 जून, 2009 को हो गयी थी. उस वक्त मेरी बच्ची छह महीने की थी.
सहानुभूति दिखा ऐंठे रुपये : मृत्यु के बाद विभाग की ओर से 35 लाख रुपये मिले थे. उस वक्त मेरे पति की बहन और बहनोई ने सहानुभूति दिखायी और मुझे बताया कि पैसे खर्च हो जायेंगे, इसलिए जमीन खरीद लो. इसके लिए मैंने बहनोई को साढ़े 22 लाख रुपये दिये. उसने फर्जीवाड़ा कर दो कट्टे जमीन मेरे नाम और दो कट्ठे जमीन अपने नाम पर खरीद लिया. साथ ही तीन लाख भांजा को पढ़ाने के नाम पर कर्ज भी लिया और अपने अकाउंट में डलवा लिया. इतना ही नहीं वह बार-बार पैसे की मांग भी करने लगा.
जब मैंने पैसे देने से इनकार किया, तो अक्सर पेंशन रुकवाने और बेटी को जान से मारने की धमकी देता है. राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य सुषमा साहु ने मामले में त्वरित कारवाई की मांग की. पुलिस को मामले की छानबीन कर फर्जी तरीके से महिला के परिजन द्वारा लिये गये पैसों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया.
शिविर के दौरान दो दिनों में 55 मामले आये. 40 मामलों की सुनवाई की गयी. शेष 15 आवेदनों में आवेदक के नहीं पहुंचने पर उन आवेदनों में तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी गयी है.
इसके अलावे कई मामलों की सुनवाई के दौरान पीड़िता को दिल्ली राष्ट्रीय महिला आयोग में आने के निर्देश दिये गये. मोकामा से आयी पिंकी जल्द न्याय दिलाने को कहा गया. आयोग की सदस्य सुषमा साहु ने कहा कि इससे पूर्व बिहार से संबंधित 117 मामलों में पुलिस से केस की रिपाेर्ट मांगी गयी है. गुरुपर्व के समापन के बाद रिपोर्ट मिलने पर काम किया जायेगा.
पुलिस को प्रशिक्षण जरूरी
सुषमा साहु ने कहा कि पुलिसकर्मियों को एटीआर भरना नहीं आता. थाना प्रभारियों को प्रशिक्षण देने की जरूरत है.
राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से कई राज्यों में महिला प्रतिनिधियों और पुलिस विभाग को ट्रेनिंग दी जा रही है. मौके पर राष्ट्रीय महिला आयोग की काउंसेलर नेहा महाजन, प्रवीण सिंह, ग्रामीण एसपी ललन मोहन प्रसाद, डीएसपी डॉ मो शिबली नोमानी, फतुहा एसडीपीओ अनुज कुमार व महिला हेल्पलाइन की परियोजना प्रबंधक प्रमीला मौजूद थीं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें