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मंझले की हत्या कर शव पूजा घर में छुपाया बड़ा भाई आया, तो उसकी भी ले ली जान
कलयुगी भाई . ट्रक खरीदने व भाइयों द्वारा घर से निकालने से खफा था अमित व्यवसायी बंधु हत्याकांड का पटना पुलिस ने किया खुलासा प्राइवेट पार्ट को काटने के बाद डाल दिया था तेजाब भाई समेत पांच पकड़ाये पटना : गांधी मैदान थाने के जमाल रोड में हुए सहोदर भाइयों अभिषेक और सागर की हत्या […]
कलयुगी भाई . ट्रक खरीदने व भाइयों द्वारा घर से निकालने से खफा था अमित
व्यवसायी बंधु हत्याकांड का पटना पुलिस ने किया खुलासा
प्राइवेट पार्ट को काटने के बाद डाल दिया था तेजाब भाई समेत पांच पकड़ाये
पटना : गांधी मैदान थाने के जमाल रोड में हुए सहोदर भाइयों अभिषेक और सागर की हत्या छोटे भाई अमित कुमार उर्फ भोलू ने करायी थी. अमित ने ढाई लाख रुपये सुपारी देकर कांट्रेक्ट किलरों की मदद ली थी. अमित अपने दोनों भाइयों से इस बात को लेकर खफा था कि उन लोगों ने उसके हिस्से की जमीन बेच कर ट्रक खरीद लिया था और उसे कुछ भी नहीं दिया था. यहां तक की उसने जब अपना हिस्सा मांगा, तो उसे घर से निकाल दिया था.
पकड़े गये अमित उर्फ भोलू ने पुलिस के सामने ट्रक लेने और उसे घर से निकालने की बात को स्वीकार किया है और कहा कि इसके बाद उसने गुस्से में अपने भाइयों की हत्या करवा दी. सागर की जब हत्या हुई, तो उस समय अभिषेक अपने भोजपुर के पीरो नारायणपुर गांव आया हुआ था. सागर के शव को उन लोगों ने कमरे से निकाल कर पूजा रूम में रख कर बंद कर दिया था. साथ ही कमरे व ड्राइंग हॉल में लगे खून के धब्बे को साफ कर दिया था. अभिषेक पहुंचा, तो ताला बाहर से बंद था. लेकिन, चाबी बाहर ही रखी हुई थी. वह करीब दस बजे दिन में 24 नवंबर को पहुंचा था.
भनक तक नहीं लगी
अभिषेक सुबह में पटना पहुंचा. करीब एक बजे दिन में उसके बहनोई भी पटेल नगर स्थित आवास सेखाना लेकर पहुंचे. वे आधा घंटा तक रुके और फिर लौट गये. लेकिन, किसी को इसकी भनक तक नहीं लग पायी कि मंझले भाई की हत्या हो चुकी है और शव पूजा घर में पड़ा हुआ है.
वहीं, बड़े भाई की हत्या 24 नवंबर की शाम में हुई. दोनों की हत्या के अंदाज एक ही थे. इस संबंध में पूछे गये सवाल पर पुलिस का कहना था कि पूजा रूम हमेशा बंद ही रहता था, जिसके कारण किसी का ध्यान नहीं गया. इसी बीच जब दोनों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ बताने लगे, तो परिजनों को चिंता हुई और 25 नवंबर की देर रात्रि कमरे को खोला गया और दोनों का शव बरामद किया गया.
नोटबंदी के कारण नहीं दे पाया ढाई लाख
बताया जाता है कि उन दोनों की हत्या के लिए भोलू ने ढाई लाख रुपये कांट्रेक्ट किलरों को देने का वायदा किया था. लेकिन, अचानक ही नोटबंदी हो गयी और फिर वह बैंक से पैसे नहीं निकाल पाया. हालांकि, उसने कांट्रेक्ट किलरों को आश्वासन दिया कि वे लोग काम करें और बैंकों में स्थिति सामान्य होने के बाद वह सारे पैसे दे देगा और अगर नहीं दे पाया, तो दो कट्ठे जमीन ही लिख देगा.
सीसीटीवी फुटेज से मिली पुलिस को सफलता
पुलिस को सीसीटीवी कैमरे के वीडियो फुटेज से सफलता मिली. विनायक होटल व जमाल रोड में लगे सीसीटीवी कैमरे को जब पुलिस ने खंगाला, तो तीन लोगों को जाते हुए देखा गया. वे जमाल रोड आने के बाद बाइक पर सवार होकर निकल गये. दूसरे दिन के भी सीसीटीवी फुटेज में तीन अन्य लोगों की तसवीरें नजर आयीं. सभी युवक देखने से ही ग्रामीण लग रहे थे.
इसके बाद पुलिस की टीम ने नारायणपुर गांव पर नजर रखनी शुरू कर दी. शुरू में तो अमित उर्फ भोलू नजर नहीं आया. लेकिन, जब वह नजर आया, तो उसके साथ मंतोष था. मंतोष का सीसीटीवी कैमरे की वीडियो फुटेज की तसवीर से जब मिलान किया गया, तो सारी कहानी सामने आ गयी. पुलिस ने भोलू और मंतोष को पकड़ लिया और जब पूछताछ की उन लोगों ने घटना में शामिल अन्य लोगों के नामों का खुलासा कर दिया. इन लोगों ने बताया कि 23 नवंबर को नितिश, सच्चिदानंद और संतोष ने सागर की हत्या की थी और अगले दिन 24 नवंबर को अभिषेक की हत्या मंतोष, रमेश और रितेश ने की थी.
मोबाइल लोकेशन ने खोला राज : पुलिस ने जब अमित उर्फ भोलू को पकड़ लिया और उससे पूछताछ शुरू की तो उसने पुलिस को बताया कि वह घटना के दिन आरा में था. इसके बाद पुलिस ने उसका मोबाइल लोकेशन निकाला तो यह जानकारी मिली कि घटना के दिन वह पटना में था. लोकेशन में उसके बराबर पटना आने व फिर आरा में होने की सारी डिटेल पुलिस को मिल गयी थी.
पहले गमछे से गला दबाया और फिर काटा
पुलिस ने अमित समेत गिरफ्तार किये गये पांचों कांट्रेक्ट किलरों से पूछताछ की, तो यह जानकारी मिली कि मंझले भाई सागर की हत्या 23 नवंबर को ही कर दी गयी थी और उसके बाद 24 नवंबर को बड़े भाई अभिषेक की हत्या की गयी थी. सागर का इन लोगों ने पहले गमछे से गला दबाया था और फिर गला काट दिया था. सिर पर हथौड़े से भी प्रहार किया गया था और इसके बाद उनके प्राइवेट पार्ट को काट दिया गया था. उसके बाद तेजाब डाला गया था. ताकि जिंदा रहने की संभावना नहीं रहे.
बड़े भाई के शादी नहीं करने से भी गुस्से में था अमित
पटना. बड़े भाई अभिषेक की शादी तय हुई थी. लेकिन, किसी कारण से उसने शादी करने से इनकार कर दिया था. इस वजह से भी घर में कलह थी और इस कारण भी छोटा भाई के गुस्से में होने की चर्चा थी.
सूत्रों के अनुसार बड़ा भाई यह मानता था कि जिस लड़की से उसकी शादी तय हुई है, उसका संबंध छोटे भाई से भी है. बताया जाता है कि इस शादी को लेकर घर में दो बार पंचायती भी हुई थी. लेकिन, अभिषेक ने शादी करने से इनकार कर दिया था. सागर व अभिषेक में पटती थी, जिसके कारण सागर ने अभिषेक का साथ दिया था. लेकिन, अमित चाहता था कि वहां शादी हो. हालांकि, पुलिस इससे साफ इनकार कर रही है. उनका कहना है संपत्ति के विवाद को लेकर ही भोलू गुस्से में था.
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