पटना : बिहार के राज्यपाल डा डी वाई पाटिल ने आज कहा कि भ्रष्टाचार देश एवं राज्य की प्रगति की सबसे बडी बाधा है जिसे समूल नष्ट करने के लिए राज्य सरकार ने कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई है.
65वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तिरंगा फहराने के बाद अपने संबोधन में पाटिल ने भ्रष्टाचार को देश एवं राज्य की प्रगति की सबसे बडी बाधा बताते हुए कहा कि इसे समूल नष्ट करने के लिए राज्य सरकार ने कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई है. उन्होंने कहा कि निगरानी विभाग, निगरानी विशेष कोषांग एवं आर्थिक अपराध इकाई द्वारा भ्रष्ट लोक सेवकों के विरुद्ध प्रभावकारी मुहिम जारी है. पाटिल ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न कानूनी प्रवाधानों के तहत अवैध कारोबार से संपत्ति अजिर्त करने वालों की अवैध संपत्तियों को भी जब्त किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के सार्थक प्रयास से सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. न्याय के विकास के लिए राज्य सरकार ने सुशासन के कार्यक्रम तय किए हैं. उन कार्यक्रमों की दिशा पिछले एक वर्ष कई महत्वपूर्ण नई पहल की गयी है. राज्य के चतुर्दिक विकास के लिए शांति व्यवस्थ एवं सदभाव का माहौल अत्यंत आवश्यक है. आज राज्य में संप्रदायिक सदभाव और सामाजिक सौहार्द का वातारवरण बना है. सभी वर्गो एवं सम्प्रदायों के बीच आज स्नेह विश्वास और सामाजिक सौहार्द का वातावरण बना है.
उन्होंने कहा कि राज्य में कानून स्थापित स्थापित है. विधि व्यवस्था की गंभीर परिस्थिति से अविलम्ब निपटने के लिए राज्य में एक विशेष बल का गठन किया जा रहा है. राज्यपाल डी वाई पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार के विशेष प्रयासों के फलस्वरुप योजना आकार गत वर्ष में चार हजार करोड रुपये से बढकर 34 हजार करोड रुपये हो गया है. पिछले वर्ष बिहार की विकास दर 14.48 प्रतिशत रही थी जो देश में सर्वाधिक है. वर्ष 2013-14 का बजट आकार 92 हजार करोड से अधिक है. राज्य में कर संग्रहण में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.
उन्होंने कहा कि राज्य के सम्पूर्ण विकास में मानव विकास की भूमिका महत्वपूर्ण है. सभी वंचितवर्गोंको स्कूल पहुंचाने, नये स्कूल खोलने, नामंकन में वृद्धि लाने एवं लडके-लडकियों के बीच शिक्षा की खाई को पाटने के लिए अनेक नवाचारी कदम उठाये गए हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि निष्ठावान एवं उत्कृष्ट शिक्षाविदों का नेतृत्व राज्य के विद्यालयों को मिले जिसके लिए कुलपति एवं प्रतिकुलपति के पद पर नियुक्ति की प्रक्रिया को एक समिति के माध्यम से करने का प्रावधान किया गया है. पाटिल ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में प्राथमिक केंद्रों से लेकर जिला अस्पतालों को बुनियादी सुविधाओं से लैस किया गया है. सरकार के विशेष प्रयासों से आज बिहार पोलियो से मुक्त हो चुका है. वर्तमान में हम स्थापित बुनियादी चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ कर राज्य में सुपर स्पेशलिटी व्यवस्था को स्थापित करने के लिए कदम उठा रहे हैं.