पटना: कोलकाता में सामूहिक दुष्कर्म के बाद जला कर मार डाली गयी समस्तीपुर की नाबालिग लड़की के परिजन अब बिहार में ही रह कर अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने की कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने उन्हें समस्तीपुर में ही पुनर्वासित कराने व बेटी के जालिमों को सजा दिलाने के लिए चल रही कानूनी लड़ाई में हर स्तर पर मदद का भरोसा दिया है.
मुख्यमंत्री का जनता दरबार समाप्त होने के बाद पहुंचे पीड़िता के माता-पिता ने करीब डेढ़ घंटे तक मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री से बातचीत की. उन्होंने अपनी बेटी के साथ दरिंदगी करनेवालों को कठोर सजा दिलाने व कोलकाता में मिल रही धमकियों के मद्देनजर अपनी सुरक्षा के प्रति चिंता व्यक्त की.
सीएम ने दिया भरोसा: मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनके पुनर्वास की व्यवस्था करने और समस्तीपुर में ही बिहार पुलिस में ड्राइवर की नौकरी देने का भरोसा दिया है.
मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन के बाद वे पूरी तरह संतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले को बिहार सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का दबाव पश्चिम बंगाल की सरकार पर बना रहेगा. यह पूछे जाने पर कि क्या अब आप लोग कोलकाता वापस नहीं लौटेंगे, तो उन्होंने कहा कि जब हमें बिहार में रोजी-रोटी मिल जायेगी, तो कोलकाता जाकर क्या करेंगे. वहां मुङो लगातार जान से मार देने की धमकी मिल रही है. अब हम बिहार में ही रह कर कोलकाता में चल रही कानूनी लड़ाई लड़ेंगे और जब हमें वहां की पुलिस या कोर्ट में बुलाया जायेगा, तब वहां उपस्थित हो जायेंगे.
उस परिवार को सरकार की ओर से मदद दी गयी है. हमने एक अधिकारी को कोलकाता भेज कर मामले पर वहां के अधिकारियों से बात करवायी है. उस परिवार को बिहार में पुनर्वास की इच्छा हो, तो सरकार इसमें मदद करेगी. जहां तक सीबीआइ जांच की मांग है, तो मेरा स्वभाव दूसरे राज्य में दखलअंदाजी का नहीं है. जो बात मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है, उसे मैं नहीं कहता हूं.
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री