जमालपुर : 13235 अप साहेबगंज-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस के शनिवार शाम जमालपुर स्थित काली पहाड़ी सुरंग से निकलते ही तीन दर्जन हथियारबंद नक्सलियों ने हमला बोल दिया. घटना शनिवार शाम 6.30 बजे के आसपास की बतायी जा रही है. ताबड़तोड़ फायरिंग (लगभग 100 राउंड) में बीएमपी 12 एस्कार्ट पार्टी के तीन जवान शहीद हो गये, जबकि दो अन्य जख्मी हो गये हैं. घायलों को जमालपुर अस्पताल में भरती कराया गया है.
हमले में ट्रेन में सवार एक महिला यात्री भी जख्मी हो गयी हैं. जवानों का हथियार लूटने के बाद नक्सली यार्ड केबिन आशिकपुर के पास उतर कर पहाड़ की तरफ भाग गये. समाचार लिखे जाने तक ट्रेन जमालपुर स्टेशन पर खड़ी थी. मुंगेर के डीआइजी सुधांशु कुमार घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं. रेलवे के अन्य अधिकारी भी मौका-ए-वारदात की ओर प्रस्थान कर चुके हैं.
* हथियार लूटने के लिए हमला : रेल एसआरपी अमिताभ दास ने तीन जवानों के मौत की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि हथियार लूटने के लिए नक्सलियों ने हमला किया था. नक्सलियों ने एक जवान इम्तियाज को चाकू मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया है. उल्लेखनीय है कि साहेबगंज-इंटरसिटी एक्सप्रेस साहेबगंज से खुलकर पटना होते हुए दानापुर जाती है.
* भागलपुर जीआरपी की थी टीम : जानकारी के अनुसार भागलपुर जीआरपी की टीम हवलदार अशोक कुमार के नेतृत्व में बीएमपी जवान उदय कुमार यादव, इम्तियाज अली, भोला ठाकुर व विनय कुमार ट्रेन पर सवार थे. सभी जवान ट्रेन महिला व नि:शक्त के लिए आरक्षित बोगी में थे. ट्रेन जैसे ही काली पहाड़ी सुरंग से निकली, नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. जिसमें जीआरपी हवलदार अशोक कुमार, जवान उदय कुमार यादव व भोला ठाकुर की मौत हो गयी. जबकि इम्तियाज व विनय घायल हो गये हैं. गोलीबारी की आवाज सुनते ही गार्ड डब्बे में मौजूद गार्ड ने वैक्यूम कर ट्रेन रोक दिया. तब तक नक्सली घटना को अंजाम दे चुके थे. हमले के बाद ट्रेन आशिकपुर स्थित यार्ड केबिन के पास कुछ देर रुकी रही. चूंकि घटना महिला बोगी में हुई, इसलिए हमले को अंजाम देने में महिला नक्सलियों के भी शामिल होने की आशंका जतायी जा रही है.
* जमालपुर स्टेशन पर मची अफरातफरी
नक्सली हमले के बाद ट्रेन के जमालपुर स्टेशन पहुंचते ही स्टेशन परिसर में अफरातफरी मच गयी. पुलिस जवानों ने ट्रेन को चारों से ओर से घेर लिया और तलाशी में जुट गये. माइकिंग कर यात्रियों को ट्रेन में ही बैठे रहने का निर्देश दिया. घटनास्थल शहरी क्षेत्र के करीब होने के कारण वारदात की सूचना मिलते ही स्टेशन परिसर पर लोगों की भीड़ जुटने लगी. बता दें कि जमालपुर में पहली बार नक्सलियों ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है.
* घटनास्थल तक पहुंचने के लिए पगडंडी ही एकमात्र रास्ता : जमालपुर स्टेशन से लगभग चार किलोमीटर पूर्व में काली पहाड़ी सुरंग है. चूंकि यह इलाका चारों ओर से पहाड़ से घिरा हुआ है. इसलिए यहां तक पहुंचने के लिए पैदल ही एकमात्र रास्ता है. ट्रेन के सुरंग के अंदर प्रवेश करते ही ट्रेन में पूरा अंधेरा छा जाता है. यही कारण था कि नक्सलियों ने घटना को अंजाम देने के लिए इस स्थान को चुना. सुरंग से निकलने के बाद ट्रेन की गति भी कम हो जाती है. सूत्रों की मानें तो घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली आराम से हथियार लेकर उतर गये और पहाड़ी की ओर चलते बने.
सूत्र बताते हैं कि इस घटना को अंजाम देने में लोकल जेबी जोन का दस्ता व महिलाएं भी शामिल थीं. मालूम हो कि चार दिन पहले खुफिया विभाग ने भी इस तरह के हमले की आशंका जतायी थी. पांच दिन पूर्व माओवादी प्रवक्ता अविनाश ने भी बड़ी घटना को अंजाम देने की धमकी दी थी.
* जमालपुर में नक्सली हमले को लेकर किया गया था एलर्ट
आइबी ने कुछ दिन पूर्व ही इस्टर्न रेलवे के पहाड़ी इलाकों में नक्सली हमले की आशंका जताते हुए एलर्ट जारी किया था. लेकिन रेल प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. घटनास्थल पर पहुंचने में ही सुरक्षाकर्मियों को एक घंटे से अधिक का समय लग गया. गौरतलब है कि इसके पूर्व जमुई के पास धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस पर नक्सलियों ने दिन दहाड़े हमला बोला था. जिसके बाद बिहार से गुजरने वाली सभी रेलवे ट्रैक को सुरक्षा घेरे में लेने की बात केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कही गयी थी.
* जवानों ने किया था संघर्ष
भागलपुर से पटना जा रहे यात्री लल्लू ने मौके से आपबीती सुनायी. उन्होंने बताया कि शनिवार को शाम 5:50 बजे थे, यह घटना महिला बोगी में हुई. विकलांग बोगी और महिला बोगी साथ में लगी थी. इससे सटे बोगी में हमलोग सफर कर रहे थे, तभी जमालपुर के समीप सुरंग के सामने गोलियों की तड़तड़ाहट शुरू हो गयी. इसके बाद ट्रेन को एक मिनट के लिए रोक दिया गया. गोली चलने के साथ ही चारों ओर हंगामा मच गया. महिला-विकलांग बोगी के लोग इधर-उधर भागने लगे. सब उतर कर भाग रहे थे. भागी महिलाओं व अन्य यात्रियों के चप्पल-जूते तक जहां-तहां छूट गये थे. हमले के समय ऐसा लगा कि सारे नक्सली ट्रेन के अंदर ही थे. कई यात्रियों को चोटें भी आयी. भागो-भागो की आवाज आ रही थी और नक्सली जवानों का हथियार लेकर भाग रहे थे.
नक्सली दस्ते में महिला भी थी. कुछ नक्सली के बाल देख कर लगा कि वह महिला है. अधिकांश नक्सली टी-शर्ट और हाफ स्वेटर पहने थे. सभी अपने चेहरे पर नकाब लगाये थे. नक्सलियों ने आम लोगों को कुछ नहीं कहा. जैसे ही जमालपुर में ट्रेन रूकी, वहां पर देखे कि बोगी में जवानों का शव पड़ा हुआ था. वहां भारी संख्या में पुलिस बल थे. चारों ओर सन्नाटा था. कोई कुछ कहने से परहेज कर रहा था. स्थानीय लोगों की भी भीड़ भी स्टेशन पर आने लगी थी. शाम साढ़े सात बजे थे एक- एक जवान के शव को स्ट्रेचर पर ले जाया जा रहा था. मीडिया कर्मियों की भी भीड़ उमड़ी थी.
शव को देख कर लग रहा था कि पहले जवानों और नक्सलियों के बीच हाथापाई हुई हो या नक्सलियों द्वारा उनसे मारपीट की गयी थी. उनके जख्मों को देख कर लगता है कि काफी देर संघर्ष हुआ. जवान के चेहरे और शरीर पर कई जगह जख्म के निशान थे. भीड़ से ऐसी आवाज आ रही थी कि एक जवान को लापता कर दिया गया है. जमालपुर में ट्रेन को साढ़े सात बजे तक डेढ़ घंटे से अधिक रोकी गयी थी. इस समय निर्णय भी नहीं हो पा रहा है कि ट्रेन खुलेगी या नहीं. हालांकि प्रयास जारी थी, इंजन और डब्बे को बदला जा रहा था.
* पहले भी जवानों को बनाया जा चुका है निशाना
– 01 जनवरी 07 मुंगेर के ऋषिकुंड के समीप चार जवानों को नक्सलियों ने मारा
– 25 दिसंबर 08 बरियारपुर हॉल्ट के समीप मुजफ्फरपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस में दो आरपीएफ जवान की हत्या कर हथियार लूटे
– 03 जनवरी 05 कजरा रेलवे स्टेशन पर जीआरपी कैंप पर हमला कर हथियार लूटे
– 26 जनवरी 06 उरैन रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेन को बंधक बनाया
– 13 जून 2013 पटना-धनबाद इंटरसिटी पर हमला, दो जवानों की मौत, हथियार लूटे
* ये जवान हुए शहीद : अशोक कुमार – जीआरपी हवलदार , उदय कुमार यादव – बीएमपी जवान, भोला ठाकुर – बीएमपी जवान
* यह हुए जख्मी : इम्तियाज व विनय
– जमालपुर के पास साहेबगंज-दानापुर इंटरसिटी ट्रेन की महिला बोगी को बनाया निशाना
* काली पहाड़ी सुरंग से ट्रेन के निकलते ही शुरू कर दी गयी गोलीबारी
* घटना को अंजाम देने में महिला नक्सली भी थीं शामिल
* दो जवान घायल जमालपुर अस्पताल में चल रहा इलाज
* हथियार लूटने के बाद यार्ड केबिन आशिकपुर के पास उतर गये नक्सली
* रेल एसआरपी ने की तीन की मौत की पुष्टि