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उमेश सिंह के कंधे पर बंदूक रख कर निशाना साध रहे सीएम : मोदी

पटना: चारा घोटाला मामले में उमेश प्रसाद सिंह के कंधे पर बंदूक रख कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा और मुझ पर निशाना साध रहे हैं. इतना ही नहीं, विभागों में फाइलें खंगाल कर मेरे खिलाफ मामला तलाशा जा रहा है. मेरे खिलाफ झूठा मुकदमा दायर किया जा सकता है. लेकिन, इससे कतई आतंकित नहीं हूं. […]

पटना: चारा घोटाला मामले में उमेश प्रसाद सिंह के कंधे पर बंदूक रख कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा और मुझ पर निशाना साध रहे हैं. इतना ही नहीं, विभागों में फाइलें खंगाल कर मेरे खिलाफ मामला तलाशा जा रहा है.

मेरे खिलाफ झूठा मुकदमा दायर किया जा सकता है. लेकिन, इससे कतई आतंकित नहीं हूं. इसका सामना करने को तैयार हूं. ये बातें गुरुवार को भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील मोदी ने कहीं. उन्होंने कहा कि चारा घोटाला मामले में छह माह तक जेल काट चुके उमेश कुमार सिंह कभी नीतीश कुमार व शिवानंद तिवारी के नजदीकी थे. वे समाजवादी युवजन सभा के यूथ विंग में भी रहे हैं. उन्होंने सीबीआइ के इंस्पेक्टर अशेष कुमार को बयान दिया था कि शिवानंद तिवारी को उन्होंने चार लाख रुपये पहुंचाये थे.

यही नहीं, तीन सूटकेस नोट जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह को भी पहुंचाया था. सीबीआइ ने उन पर आपूर्तिकर्ताओं से साठ-गांठ करने और नेताओं को पैसे पहुंचाने की रिपोर्ट भी की है. चारा घोटाले से संबंधित शिकायतों को वे एक क्लर्क के रूप में दबाने का भी काम करते रहे हैं. शिकायतों की सूचना वे मंत्री-विधायकों तक पहुंचाते थे. उनके यहां सीबीआइ ने छापेमारी भी की थी. श्याम बिहारी सिन्हा सहित कई को ब्लैकमेल कर वे नेताओं के यहां पैसे पहुंचाते थे. उमेश कुमार सिंह मामूली क्लर्क से सेक्शन अफसर बन गये थे.

अभियुक्त से मिल गये शिवानंद : श्री मोदी ने कहा कि शिवानंद तिवारी का पहले तो चारा घोटाले को लेकर उग्र तेवर था, किंतु तीन वर्ष बाद वे अभियुक्त से मिल गये और लालू प्रसाद की सरकार में मंत्री बन गये. उन्होंने कहा कि शिवानंद मेरे खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह कहीं से भी शोभनीय नहीं है. मैं भी चाहूं, तो उनके खिलाफ वैसी भाषा का इस्तेमाल कर सकता हूं. वे मेरे बड़े भाई समान हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं. मोदी ने कहा, चारा घोटाला मामले में नीतीश कुमार का नाम आने पर भी उनसे सीबीआइ ने पूछताछ नहीं की. मुङो तो 22 नवंबर की प्रतीक्षा है, जिस दिन इस मामले में सीबीआइ कोर्ट में एफिडिफिट पेश करेगी. कोर्ट ने संज्ञान न लिया होता, तो सीबीआइ इस मामले में सोया रहता. मौके पर सांसद राजीव प्रताप रुडी, पूर्व मंत्री गिरिराज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय भी थे.

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