नयी दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज यहां केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार से मुलाकात कर राज्य में सूखा की स्थिति पर चर्चा की और 12,000 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की.
बैठक के बाद कुमार ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘ हमने पवार को राज्य में मौजूदा स्थिति से अवगत कराया है. हमने उन्हें बताया है कि राज्य को राहत पैकेज के तौर पर करीब 12,000 करोड़ रुपये की जरुरत है जिससे संकट को कम करने में मदद मिल सके.’’ उन्होंने कहा कि जल्द ही केंद्र को एक अंतिम ज्ञापन सौंपा जाएगा. पवार ने कहा है कि सूखे की स्थिति का आकलन करने के लिए केंद्र की ओर से एक टीम बिहार भेजी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार 38 में से 33 जिलों को पहले ही सूखा प्रभावित घोषित कर चुकी है. ‘‘ जुलाई.अगस्त अवधि में बारिश 35 प्रतिशत तक कम हुई. मानसून की बारिश 15 दिनों तक हुई, जबकि समान्य तौर पर इस दौरान 45 दिनों तक बारिश होती है.’’उन्होंने कहा कि अपर्याप्त बारिश के चलते प्रमुख खरीफ फसल की बुवाई प्रभावित हुई है जिसमें धान और मक्का विशेषतौर पर शामिल हैं. कुछ हिस्सों में पेयजल और चारे का भी संकट है.
आज दिन में वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से मुलाकात करने वाले नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने पांच जिलों पर पैनी नजर रखी हुई है और यदि आगामी दिनों में स्थिति और खराब होती है तो इन्हें भी सूखा प्रभावित घोषित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर चर्चा के लिए कल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात करेंगे.