पटना: पटना का बुद्ध स्मृति पार्क संग्रहालय भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन से दुनिया भर के लोगों को रू-ब-रू करायेगा. बुद्ध से लोग प्रेरणा लें और प्रेम, शांति व सद्भाव का माहौल बनाएं. जल्द ही बोधगया ब्लास्ट के आरोपित पकड़े जायेंगे. ये बातें शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुद्ध स्मृति पार्क संग्रहालय के उद्घाटन के मौके पर कहीं. उन्होंने कहा, आज का दिन बिहार के लिए गौरव का दिन है. उद्घाटन समारोह में 39 देशों के बौद्ध समर्थक शामिल हुए हैं. भूटान की राजकुमारी तक शिरकत कर रही हैं. उन्होंने कहा कि बांकीपुर जेल परिसर को कभी कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स में तब्दील करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन हमारी सरकार ने इसे बुद्ध स्मृति पार्क का रूप देने का निर्णय लिया. बुद्ध के 2550वें महानिर्वाण दिवस के मौके पर इसका निर्माण शुरू हुआ. आज यह न केवल बौद्धों, बल्कि अन्य धर्मो के लोगों के लिए भी आकर्षण और श्रद्धा का केंद्र बन गया है.
उन्होंने कहा कि पांच जनवरी को अंतरराष्ट्रीय बौद्ध समागम में दलाई लामा ने बुद्ध स्मृति संग्रहालय बनाने का सुझाव दिया था. उस पर काम शुरू हुआ और नतीजा सामने है. मुख्यमंत्री ने कहा, बिहार भगवान बुद्ध की भूमि रही है. बोधगया व वैशाली से उनका गहरा संबंध रहा है. बोधगया में हाल में विस्फोट की जो घटना हुई, उससे हम मर्माहत हैं. इसकी जांच हो रही है. वहां की सुरक्षा बढ़ायी गयी है. वहां विकास के और काम होंगे. विस्फोट के दोषी जल्द पकड़े जायेंगे. वैशाली में भी बुद्ध स्तूप बन रहा है. वहां भी संग्रहालय का निर्माण कराया जायेगा. बौद्ध धर्मावलंबियों के बिहार के प्रति बढ़ते लगाव को देखते हुए सरकार फोर व सिक्स लेनवाली बौद्ध सर्किट सड़क बना रही है. बोधगया एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार कराया जा रहा है.
25 करोड़ की लागत से बना
कला-संस्कृति विभाग के सचिव चंचल कुमार ने कहा कि 25 करोड़ की लागत से बना यह संग्रहालय बुद्ध की स्मृतियों से लैस होगा. इसमें में उनके जीवन से जुड़ी प्राय: सभी चीजों को दर्शाया गया है. समारोह को मंगोलिया के चीफ मॉनेस्टी खांभा लांबा, अशोका मिशन के अध्यक्ष लांबा लोबगांव, मंगोलिया के चोइंगांट्स डेनबैंड आदि ने भी संबोधित किया. मौके पर मुख्यमंत्री के सांस्कृतिक सलाहकार पवन वर्मा भी उपस्थित थे.