गया : चेरकी बाजार में अवैध रूप से चलाये जा रहे क्लिनिक में ऑपरेशन के बाद 45 वर्षीया कबूतरी देवी की हुई मौत के बाद गुरुवार की सुबह परिजनों ने जम कर हंगामा किया. वह गुरुआ थाना क्षेत्र के बैजू बिगहा गांव की रहनेवाली सीताराम यादव की पत्नी थी.
परिजनों का आरोप था कि झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से महिला की मौत हुई है. गया–चेरकी मुख्य पथ पर यतीमखाना के पास स्थिति निजी क्लिनिक में हंगामा होने की सूचना मिलते ही चेरकी थानाध्यक्ष सुशील कुमार राहुल सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर आक्रोशित लोगों को शांत कराने का प्रयास किया.
लेकिन, परिजन झोलाछाप डॉक्टर दंपती की गिरफ्तारी पर अड़े रहे. परिजनों ने शव को गया–चेरकी मुख्य पथ पर रख कर सड़क जाम करने का प्रयास किया. इधर, थानाध्यक्ष ने झोलाछाप डॉक्टर दंपती को गिरफ्तार कर लिया.
इसके बाद हंगामा शांत हुआ. इस घटना को लेकर मृतका के बेटे वीरू यादव ने डॉक्टर दंपती के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है. थानाध्यक्ष ने बताया कि निजी प्रैक्टिस करनेवाले अरविंद कुमार व उनकी पत्नी कुसुम कुमारी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया. कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें सेंट्रल जेल भेज दिया गया.
अरविंद कुमार जहानाबाद जिले के मखदुमपुर थाना क्षेत्र के धराउत गांव के रहने वाले हैं. वह चेरकी बाजार में कई वर्षो से रह रहे हैं. यहां भी उनका अपना मकान है. उसी मकान में क्लिनिक चलाते हैं.
थानाध्यक्ष के अनुसार, कबूतरी देवी को पेट में दर्द होने की शिकायत थी. परिजनों ने उसे इलाज के लिए तीन अगस्त को चेरकी बाजार स्थित अरविंद कुमार व कुसुम कुमारी की निजी क्लिनिक में भरती करवाया.
उस क्लिनिक में महिला का ऑपरेशन किया गया था. लेकिन, उसे होश नहीं आया. डॉक्टर ने उसे पटना ले जाने के लिए कहा. पटना जाने पर वहां के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. वहां से लौटे परिजनों ने गुरुवार को क्लिनिक में हंगामा किया.