नयी दिल्ली : नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना के हमले में भारतीय सैनिकों के मारे जाने के मुद्दे पर अपनी विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर बिहार के दो मंत्रियों द्वारा खेद जताये जाने के बाद जनता दल यूनाइटेड ने उन्हें जारी कारण बताओ नोटिस वापस ले लिया है.
पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने मंत्रियों भीम सिंह और नरेंद्र सिंह को 11 अगस्त को इस आधार पर नोटिस जारी किया था कि उनके बयान जद (यू) की नीति और सिद्धांतों के खिलाफ हैं.यादव ने कहा कि पार्टी ने मामले को बंद मानने का फैसला किया है क्योंकि दोनों मंत्री अफसोस जता चुके हैं.
नरेंद्र सिंह ने अपने स्पष्टीकरण में कहा कि जब उन्होंने हमले में पाकिस्तानी सेना के शामिल नहीं होने की बात कही थी तो उस समय उनके मन में रक्षा मंत्री द्वारा पूर्व में दिया गया वह बयान था जिसमें उन्होंने भारतीय सैनिकों पर हमले के लिए आतंकवादियों पर आरोप लगाया था.
यह उल्लेख करते हुए कि उन्हें रक्षा मंत्री के उस दूसरे बयान की जानकारी नहीं थी जिसमें हमले के लिए पाकिस्तानी सेना पर आरोप लगाया गया था, सिंह ने कहा, मैं इस घटनाक्रम के बारे में अपनी अनभिज्ञता के लिए खेद व्यक्त करता हूं, मुझे अत्यंत दुख है कि मेरे बयान से भारत के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची और पार्टी की छवि पर गलत असर पड़ा.
एक अलग से पत्र में दूसरे मंत्री भीम सिंह ने उन परिस्थितियों का ब्यौरा दिया जिनमें उन्होंने बयान दिया था और खेद व्यक्त किया था. भीम सिंह ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि पुलिसकर्मी और सैनिक तो देश के लिए शहीद होने के लिए ही होते हैं.