पटना: सावन पूर्णिमा पर इस बार 12 घंटे तक भद्रा लग रहा है, जिससे रक्षाबंधन रात में मनाया जायेगा. बहनें अपने भाइयों की कलाई पर 20 अगस्त की रात 8.30 बजे के बाद राखी बांध सकेंगी. कैलेंडरों व पंचांगों में पूर्णिमा तिथि दो दिन 20 व 21 अगस्त को होने से रक्षाबंधन को लेकर असमंजस की स्थिति है. पंडित मरकडेय शारदे के अनुसार, 19 अगस्त की शाम 4.07 बजे श्रवण नक्षत्र लगेगा, जो 20 अगस्त की दोपहर 2.04 बजे तक रहेगा.
20 अगस्त की सुबह 9.31 बजे से पूर्णिमा और भद्रा साथ-साथ प्रारंभ हो रहा है. भद्रा रात 8.30 बजे तक रहेगा. भद्रा काल में रक्षाबंधन करना शुभ नहीं होता है, इसलिए रक्षाबंधन 8.30 बजे के बाद मनाया जा सकेगा.
अब 2022 में ऐसा संयोग
पूर्णिमा 21 अगस्त की सुबह 7.25 बजे तक रहने से रक्षाबंधन उस दिन भी मनायी जायेगी. पंडितों के अनुसार सूर्योदय तिथि के अनुरूप 21 अगस्त क ो पूरे दिन राखी बांधी जा सकेगी. हालांकि, शास्त्रनुसार आधे पहर पूर्णिमा को प्रबल माना गया है, जिससे 20 अगस्त की रात्रि की राखी सर्वमान्य है. पंडित श्रीपति त्रिपाठी के अनुसार, इससे पहले वर्ष 2000 में भी भद्रा लगा था. ऐसा संयोग अब 2022 में होगा.