पटना: बिना वैकल्पिक व्यवस्था किये पटना से खटाल उजाड़ने के विरोध में राजद व खटाल बचाओ संघर्ष समिति ने रविवार को प्रदर्शन किया. प्रदर्शन गांधी मैदान के निकट जेपी गोलंबर से पशुओं के साथ निकाला गया. प्रदर्शन में भारी संख्या में पशुपालकों ने हिस्सा लिया. उनका नारा था-किसी सूरत में पटना से खटाल उजड़ने नहीं देंगे.
डाकबंगला, स्टेशन रोड होते हुए जुलूस आर ब्लॉक पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया. सभा को संबोधित करते हुए राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि जो पशुपालक अपनी जमीन पर भी खटाल चला रहे हैं, उसे भी उजाड़ा जा रहा है, जो गलत है.
उन्होंने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप कर जोर-जुल्म बंद कराने की मांग की. प्रदर्शन में सांसद पप्पू यादव, पूर्व सांसद आलोक मेहता, राजनीति प्रसाद, पार्टी के प्रधान महासचिव मुंद्रिका सिंह यादव, पूर्व मंत्री अशोक कुमार सिंह, विधायक अब्दुल गफूर, पूर्व विधायक एवं युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष शिवचंद्र राम, विनोद कुमार यादवेंदु, रेयाजुल हक राजु, रामानुज प्रसाद, नंदकिशोर राम, खटाल बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक बबन यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष तनवीर हसन आदि शामिल थे.
वैकल्पिक व्यवस्था के बिना न उजाड़ें : सीएम
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने निर्देश दिया है कि निजी जमीन पर खटाल बना कर रह रहे पशुपालकों को बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के नहीं उजाड़े. उन्होंने कहा कि सरकार नियमावली बनने के बाद इसकी जानकारी कोर्ट को देगी. जब तक नियमावली नहीं बन जाती, पशुपालकों पर किसी तरह का अत्याचार नहीं होना चाहिए.
सरकार गोबर को खरीद कर जैविक खाद बनाने की भी योजना बना रही है. जैविक खाद का वितरण किसानों में मुफ्त किया जायेगा. बड़े पैमाने पर गोबर गैस प्लांट बना कर बिजली उत्पादन की व्यवस्था भी की जायेगी. उन्होंने कहा कि पशुपालन कृषि रोडमैप के अंतर्गत आते हैं. पटना महानगर के मास्टर प्लान में पशुपालन योजना को शामिल किया जायेगा. बिना वैकल्पिक व्यवस्था किये किसी हाल में खटाल को नहीं उजाड़ा जायेगा. मुख्यमंत्री से इस मामले में राजद के एक प्रतिनिधि मंडल ने मिल कर पशुपालकों की समस्याएं रखी थी.