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300 महादलितों के गांव छोड़ने का मामला तीन आरोपितों ने किया सरेंडर, चौथे को जेल

पटना/टेकारी: गया जिले के टेकारी थाने के पुरा गांव से 300 महादलितों के पलायन करने के मामले में पुलिस-प्रशासन शुक्रवार को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के लंदन से लौटते ही हरकत में आया. गांव में महादलित युवक अजरुन मांझी की हत्या के एक आरोपित छोटू शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, जबकि दबाव […]

पटना/टेकारी: गया जिले के टेकारी थाने के पुरा गांव से 300 महादलितों के पलायन करने के मामले में पुलिस-प्रशासन शुक्रवार को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के लंदन से लौटते ही हरकत में आया.

गांव में महादलित युवक अजरुन मांझी की हत्या के एक आरोपित छोटू शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, जबकि दबाव डाल कर तीन आरोपितों को गया कोर्ट में सरेंडर कराया गया. बाकी तीन आरोपितों के घरों की जल्द ही कुर्की-जब्ती की जायेगी. गांव में पुलिस बल की तैनाती की गयी है.पटना प्रक्षेत्र के जोनल आइजी कुंदन कृष्णन, मगध के डीआइजी प्रदीप कुमार श्रीवास्तव व एएसपी बलिराम कुमार चौधरी ने मृत अजरुन मांझी के घर जाकर उसके परिजनों से पूरे मामले की जानकारी ली.

आइजी कुंदन कृष्णन ने बताया कि अजरुन मांझी की हत्या के बाद मांझी परिवारों के लोग भयभीत हैं. पुरा गांव में रहनेवाले मांझी परिवारों के लोग ही टिकारी उत्प्रेरक केंद्र में कैंप किये हैं. इस टोले में रहनेवाले दास और पासवान परिवारों के लोग अपने-अपने घर में ही रह रहे हैं. इस टोले में एक पुलिस पदाधिकारी सहित कई जवान हालात सुधरने तक तैनात रहेंगे. उन्हें वायरलेस भी मुहैया कराया गया है, ताकि पुलिस पदाधिकारी 24 घंटे वरीय अधिकारियों से संपर्क में रह सके.

आइजी ने बताया कि अजरुन मांझी की हत्या व उसके बाद की स्थिति पर रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को दूंगा. एक आरोपित छोटू शर्मा की गिरफ्तारी हो चुकी है. उसे जेल भेजा जा चुका है. वहीं, शुक्रवार की दोपहर तीन आरोपितों ने गया कोर्ट में सरेंडर कर दिया. अन्य तीन आरोपितों का गिरफ्तारी वारंट कोर्ट से मिल गया है. वारंट तामील करा कर शनिवार को इन आरोपितों की कुर्की-जब्ती की जायेगी. एएसपी को निर्देश दिया गया है कि वह नामजद सभी सातों आरोपितों के खिलाफ सुपरविजन रिपोर्ट शनिवार को ही वरीय अधिकारियों को सौंप दें.

मृतक के परिजन को 4.5 लाख का भुगतान
अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग के प्रधान सचिव हुकुम सिंह मीणा ने कहा कि हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं. मृतक के परिजन को साढ़े चार लाख रुपये के मुआवजे का भुगतान कर दिया गया है. उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होने दी जायेगी. मीणा ने कहा कि गया के डीएम को आगे की कार्रवाई करनी है. पलायन करनेवालों की मदद के लिए जिले में धन की कमी नहीं है. डीएम अपने स्तर से कार्रवाई कर रहे हैं. इधर, अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विद्यानंद विकल ने कहा कि आयोग इस मामले को गंभीरता से लिया है. हमने डीएम और एसपी से बात कर हत्या के आरोपितों पर अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार अधिनियम की धारा लगाने का निर्देश दिया है. चूंकि पैक्स चुनाव को बाधित करने के लिए एक प्रत्याशी की भाई हत्या हुई है, इसलिए आरोपितों पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाने का भी निर्देश दिया है.

क्या है मामला
मालूम हो कि पुरा गांव 18 सितंबर की रात महादलित युवक अजरुन मांझी की हत्या कर दी गयी थी. इसके आरोपितों की धमकी से डर कर गुरुवार की सुबह वहां से 300 महादलित गुरुवार की सुबह सामान व मवेशियों के साथ पलायन कर गये. उनकी योजना गया शहर के गांधी मैदान में डेरा डालने की थी. डीएम-एसएसपी के समझाने-पर वे टिकारी स्थित महादलित उत्प्रेरण केंद्र जाने को राजी हुए.

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