पटना: हाइवे पर जॉन उर्फ पगला का राज चलता है. आधी रात को सड़क पर सफेद मारुति कार से यह गैंग घूमता है. जो मिला उसे गाड़ी में खींचा, बुरी तरह पीटा और कंगाल बनाकर फेंक दिया.
तीन महीने में करीब दर्जन भर घटनाओं को अंजाम दे चुके इस गैंग की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते हैं. जो मोबाइल लूटते उसका भी प्रयोग नहीं करते. क्लू नहीं मिलने से इस गिरोह को पकड़ने में हार बार फेल हो रही पटना पुलिस को सफलता तब मिली जब घटना के शिकार हुए राजीव रंजन की मदद से पुलिस ने फुटेज तैयार कराया और गैंग सरगना ‘पगला’ के हाथ के कड़े और अंगूठी के आधार पर उसे धर दबोचा. पुलिस ने सरगना सहित पांच सदस्यों को दबोच कर मामले लूट के मामले का खुलासा किया है.
इस गैंग के पकड़े जाने के बाद एसएसपी मनु महाराज ने पत्रकार वार्ता में बताया कि यह गैंग काफी शातिर किस्म का है. पटना के अलावा हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, जहानाबाद में भी हाइवे पर लूट की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है. गिरोह के सदस्य जिसे निशाना बनाते उसे सड़क से खींचने के बाद सबसे पहले उसका पर्स ले लेते हैं. उसमें रखा एटीएम कार्ड हथिया लेते और बुरी तरह पीटकर कोड पूछ लेते. गाड़ी में तबतक घूमाते जब तक एटीएम से सारा पैसा नहीं निकाल लेते. बैंक खाता खंगालने के बाद बंधक बनाये गये व्यक्ति को बुरी तरह से पीटकर अधमरा करके सूनसान जगह पर फें क देते थे. घटना के बाद सदमे में आने के कारण लोग केस दर्ज नहीं करा रहे थे इसलिए घटना की जानकारी नहीं हो रही थी.
ऐसे दबोचा गया गिरोह : 2 सिम्बर की रात जहानाबाद जिले के थाना सकुराबाद, ग्राम बिजलीपुर के रहने वाले राजीव रंजन डालटेगंज से बस पकड़ कर अनीशाबाद आये और बस से उतरकर अपने रिश्तेदार के घर मित्रमंडल कॉलोनी जा रहा था. इस दौरान पीछे से आ रहे मारुति कार सवार ने रोक लिया और यह कह कर कार में बैठा लिया कि गदर्नीबाग इंस्पेक्टर बुला रहे हैं. कार में बैठाने के बाद उनका पैसा व एटीएम कार्ड लूट लिया गया. कोड पूछ कर उनके खाते से सारा पैसा निकाल लिया गाय. इसके बाद अधमरा किया और नेउरा के पास तालाब किनारे फेंक दिया. होश में आने के बाद जब राजीव ने पुलिस को जानकारी दी तो मामले का अनुसंधान शुरू किया गया. एसएसपी मनु महाराज ने राजीव रंजन की मदद से स्केच बनवाया और उसके एटीएम से जहां से पैसा निकाला गया था, वहां का सीसीटीवी फुटेज खंगला गया. इसमें दोनों फुटेज में मिलान कराया गया, तो गिरोह सरगना के हाथ का कड़ा व अंगूठी सेम मिला. इसके बाद पुलिस ने शातिर अपराधी टेनी को गिरफ्तार किया और उसकी निशनादेही पर अन्य लोगों को पकड़ा गया.