पटना: सूबे के नियोजित शिक्षकों का मानदेय अब अनुभव के आधार पर बढ़ेगा. 2006 में नियुक्त हुए नियोजित शिक्षकों को वरीयता का लाभ मिलेगा और उनका वेतन 2013-14 में नियुक्त नियोजित शिक्षकों की तुलना में ज्यादा बढ़ेगा.
इसके संकेत शिक्षा मंत्री वृशिण पटेल ने दे दिये हैं. शुक्रवार को अपने कार्यालय में बातचीत में उन्होंने बताया कि नियोजित शिक्षकों की वेतनवृद्धि को लेकर विभाग में मंथन चल रहा है. जल्द ही इस पर कोई नतीजे पर विभाग पहुंचेगा. फिलहाल यह तय नहीं हुआ है कि कितनी राशि की बढ़ोतरी की जायेगी.
नियुक्ति के चरण के आधार पर या फिर वर्ष के आधार पर शिक्षकों के वेतन की राशि की बढ़ोतरी होगी इस पर विचार किया जा रहा है. पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर इसकी घोषणा करने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि समय कम है. वेतन वृद्धि के लिए वित्तीय भार क्या आयेगा और जो राशि बढ़ायी जायेगी उससे शिक्षक संतुष्ट होंगे या नहीं, इसको लेकर काम शुरू है. इसकी घोषणा करने में जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं. वित्तीय मामले व शिक्षक के भविष्य को देख कर घोषणा की जायेगी.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को वेतन के साथ-साथ अन्य सुविधाएं देने पर भी विचार कर रहे हैं. नियोजित शिक्षक अपने भविष्य को लेकर सशंकित हैं. उनके मन में चिंता है कि शिक्षक रहते हुए उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित नहीं है. शिक्षकों का दायित्व बच्चों को पढ़ाना है. उनके मन में जो शंका आ रही है, उसे तभी दूर किया जा सकता है, जब सरकार उनके लिए वैसी व्यवस्था करे, ताकि उनका विश्वास बढ़े. इसलिए हमारा प्रयास होगा कि वेतन के साथ-साथ सरकारी सुविधा भी दी जायेगी. आपको बता दें कि पिछले साल नियोजित शिक्षकों का एकमुश्त तीन हजार रुपये बढ़ा था.