संवाददाता, पटना
विधान मंडल का सत्र शुरू होते ही राज्य की राजनीतिक गतिविधि भी तेज हो गया है. विधानसभा से विधान परिषद तक नेताओं के राजनीतिक बयान के जवाब में बयान आने का दौर जोर पकड़ रहा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि सांंप्रदायिकता के सवाल पर कांग्रेस जदयू के साथ है. उन्होंने कहा कि होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस का जदयू के साथ समझौता के सवाल पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
वहीं दूसरी ओर सुशील मोदी को मुख्यमंत्री का सलाहकार बनाने की बयान पर अडिग रहते हुए कहा कि मैंने यह इसलिए कहा कि वे बार-बार सरकार के खिलाफ मीन-मेख निकालते रहते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार निष्पक्ष काम कर रही है. सिंह ने कि वे विपक्ष के हमला को जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
बागी विधायकों पर कार्रवाई संबंधी प्रश्नकेजवाब में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि यह मामला विधानसभा अध्यक्ष का है. वे निश्चित रूप से संविधान और कानून की मर्यादा के अनुसार ही कोई निर्णय लेंगे. सिंह ने कि विस अध्यक्ष जो भी निर्णय लेंगे, सही निर्णय ही लेंगे. पत्रकारों के प्रश्नों के जवाब में उन्होंने कहा कि राजद और जदयू के बीच चुनावी समझौता पर कोई विचार नहीं किया गया है.
गुस्सा के शिकार बने ड्राइवर
विधान परिषद से निकलने के दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह को पत्रकारों ने राजद से चुनावी तालमेल पर जवाब के लिए रोका. नरेंद्र सिंह जवाब देते हुए जल्दी में अपने वाहन पर बैठना चाहते थे, लेकिन गाड़ी के ऑटो लॉक होने के कारण गेट खुला नहीं रहा. देर तक गेट नहीं खुलने और चैनल के पत्रकारों के ताबड़तोड़ प्रश्न के झल्लाए सिंह ने गेट पीटकर गेट खुलवा. गेट खुलते ही ड्राइवर को उन्होंने जमकर डांट डांट पीला दी.