पटना: आशियाना फर्जी मुठभेड़ मामले में पीड़ित परिवारों को एक बार फिर न्याय की उम्मीद जगी है. 12 जून को अंतिम फैसला आने से पहले पीड़ित परिवार ने प्रभात खबर से अपनी पीड़ा का बयान करते हुए कहा कि हमें तो न्याय चाहिए. हिमांशु की मां अनिता देवी ने कहा कि सभी बराबर के दोषी हैं, निदरेषों को मारा है. फांसी की सजा, तो मिलनी ही चाहिए.
छोटे बेटे अप्पू के साथ मधेपुरा में रह रही अनिता देवी ने कहा कि घटना के समय पुलिस को डकैत आने की सूचना देनेवाले व गोली मारनेवाले पुलिसकर्मी बराबर के दोषी हैं. अभियंता कॉलोनी निवासी प्रशांत के पिता लक्ष्मण सिंह ने कहा कि कोर्ट पर पूरा विश्वास है कि घटना बेहद अफसोस जनक थी, लेकिन क्या कहूं, अब बेटा तो लौटेगा नहीं. बड़े मुश्किल से खुद को संभालते हुए श्री सिंह कहते हैं कि कभी भूल नहीं पाऊंगा. कोर्ट के पास सभी गवाह और साक्ष्य मौजूद हैं. उन्हें विश्वास है कि दोषियों को कड़ी-से-कड़ी सजा मिलेगी.
उन्हें भगवान भी नहीं करेगा माफ
मृतक विकास के पिता जगदीश प्रकाश गुप्ता ने कहा कि बेटा तो चला गया, पर जिस तरह से उसकी हत्या की गयी थी, उसे मैं कभी भूल नहीं सकता. गोली मारनेवाले पुलिसकर्मियों व डकैत आने की अफवाह फैलानेवालों को सजा जरूर मिलनी चाहिए. उन्हें भगवान भी माफ नहीं करेगा.