मसौढ़ी: कादिरगंज थाने के बढ़नपुरा गांव में शुक्रवार की सुबह आंगनबाड़ी सेविका ललिता देवी (26 वर्ष) ने अपने तीन बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली. उसने शरबत में सल्फास की गोली मिला कर पहले बच्चों को पिलायी और उसके बाद खुद पीकर जान दे दी.
ललिता देवी व उसके तीनों बच्चे सल्फास की गोली खाने के कारण तड़प रहे थे. इसी बीच ललिता देवी के पति कमलेश पासवान उर्फ तेजू पहुंचा, तो घर के अंदर ही स्थिति देख कर दंग रह गया. ललिता देवी ने खुद को और सभी बच्चों को शरबत में सल्फास की गोली मिला कर पिलाने की बात बतायी और इसके बाद उसकी मौत हो गयी. कमलेश अपने तड़प रहे दो बेटों सुजीत कुमार (नौ वर्ष) व अमित कुमार (चार वर्ष) और पुत्री रानी (छह वर्ष) को किसी तरह से वहां से लेकर स्थानीय मसौढ़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल ले गया, जहां चिकित्सकों ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया. खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया. घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. कमलेश पासवान मजदूरी करता है. उसके पिता बालेश्वर पासवान भी उसके साथ ही रहते हैं. शुक्रवार की सुबह पांच बजे बालेश्वर पासवान भैंस चराने गांव के बधार में गये थे, जबकि कमलेश इंदिरा आवास के निर्माण के लिए भट्ठा पर ईंट लाने गया हुआ था. स्थानीय थाने में यूडी केस दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में लगी है. ललिता देवी गांव में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में सेविका के रूप में कार्यरत थी.
बेटे को भेज कर गांव की दुकान से चीनी मंगायी : सुबह करीब सात बजे ललिता देवी ने अपने बड़े बेटे सुजीत से गांव की दुकान से ही चीनी मंगायी. इसके बाद शरबत बना कर उसमें सल्फास की गोली मिला कर बारी-बारी से अपने दोनों पुत्रों व पुत्री को पिलाया और फिर स्वयं पी लिया. जानकारी के अनुसार, कमलेश पासवान अत्यधिक शराब पीता था. मजदूरी से मिले पैसों में आधा से अधिक वह शराब में ही उड़ा देता था, जिसके कारण घर में खाने का सामान भी नहीं रहता था. इससे हमेशा पति-पत्नी के बीच विवाद होता था और मामला बढ़ते-बढ़ते मारपीट में बदल जाता था. ललिता देवी कई बार आत्महत्या करने की धमकी दे चुकी थी. लेकिन, इसका असर कमलेश पासवान पर नहीं होता था. बताया जाता है कि गुरुवार की रात चचेरे भाई की शादी का मड़वा था. उसने पत्नी को अपना खाना वहां से लाने को कहा था. पत्नी ने उसके आदेश का अनसुना कर दिया और खाना नहीं लाया, जिससे पति-पत्नी में बहस हुई थी .
चार-पांच दिन पूर्व बाजार गयी थी : ललिता चार-पांच दिन पहले बाजार से सल्फास की गोली लायी थी. पति कमलेश पासवान ने बताया कि उसकी पत्नी चूड़ी लाने चार-पांच दिन पहले मसौढ़ी बाजार गयी थी. उसने आशंका जतायी की उसी दिन वह बाजार से सल्फास की गोली लायी होगी. कमलेश पासवान के चचेरे भाई संजय पासवान की शादी थी. शुक्रवार को उसकी बरात जानेवाली थी, लेकिन इसी बीच ललिता व उसके तीन मासूम बच्चों की मौत की खबर ने शादी की खुशी को मातम में बदल दिया.घर से बरात निकलने की जगह एक साथ चार अरथियां निकलीं. इसके बाद बरात नहीं निकली.
मातम में बदला पूरा गांव
बढ़नपुरा गांव ललिता देवी व उसकी तीन संतानों की मौत से शोक में डूब गया है. आसपास के गांवों में भी यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गयी. इसके बाद आसपास के गांवों के लोग भी बढ़नपुरा में जुटने लगे. कमलेश का हाल सबसे खराब था. आखिर होता भी क्यों नहीं, उसका तो पूरा घर ही उजड़ गया था. ग्रामीण भी तीन मासूमों को लेकर विचलित थे. उन्हें इस बात का ज्यादा मलाल था कि आखिर इन तीन मासूमों का क्या दोष था कि उसने अपने साथ ही उनकी भी जान ले ली.