संवाददाता, कृष्णाब्रह्म (बक्सर)
सोवां गांव में एक तरफ जहां महिलाएं नवमी के पूजा में व्यस्त थी़ वहीं दूसरी तरफ कतर दोहा से गोल्डेन का शव गांव में पहुंचते ही पूरे गांव में मातम छा गया. गोल्डेन की पत्नी शैल और माता देवंती देवी सहित पूरा परिवार शव पहुंचते ही दहाड़ मार कर रो पड़ा़ शव सोमवार को देर रात्रि दो बजे गांव पहुंचा़ शव जैसे ही घर के पास पहुंचा कि पत्नी और माता सहित पूरे परिवार का चीत्कार गूंज उठा़ जैसे ही रोने की आवाज लोगों ने सुनी उसी वक्त रामलाल महतो के दरवाजे पर शव को देखने के लिए भीड़ जुट गयी. आनन-फानन में शव को बक्सर ले जाया गया़ जहां दाह संस्कार किया गया़ विदित हो कि गोल्डेन की मृत्यु कतर दोहा में 26 मार्च को हो गयी थी़ शव को लाने में गांव सहित रिश्तेदारों को काफी मशक्कत करनी पड़ी़ 13 वें दिन शव सोवां गांव पहुंचा़ डुमरांव प्रखंड के सोवां निवासी रामलाल महतो का 25 वर्षीय पुत्र गोल्डेन महतो कतर दोहा में एसीसी बिल्डिंग कस्ट्रंक्श्न कंपनी में कार्य कर रहा था़ गोल्डेन की शादी 25 मार्च 2013 में सरौरा गांव में कमल सिंह की पुत्री शैल कुमारी से हुई थी़ अंतिम दिसंबर 2013 को उसे एजेंट मोहन सिंह द्वारा भेजा गया था़ कतर से शव को दोहा लाने के बाद कंपनी ने लखनऊ भेजा़ पति की मौत के बाद पत्नी शैल पूरी तरह टूट चुकी़ लेकिन सवाल यह है कि उसकी मौत कैसे हुई़ यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.