पटना: सृजन अस्पताल के कर्मचारी पुरुषोत्तम मिश्र के हत्यारों की तलाश सीसीटीवी कैमरे से होगी. पुलिस ने अस्पताल व डॉ हिमांशु राय के आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरा फुटेज को लैब में ला कर जांच कर ही है.
पुलिस अस्पताल के समीप दुकानदारों से भी पूछताछ कर रही है. डॉक्टर हिमांशु राय ने अस्पताल व आवास के बाहर लगे कैमरों के फुटेज को पुलिस को दिया है. जिसमें पुरुषोत्तम के आने-जाने व सहयोगियों की पूरी जानकारी है. पुलिस को शक है कि अपराधियों ने अस्पताल व आवास से ही पुरुषोत्तम का पीछा किया था, लेकिन बैंक जाने के दौरान रास्ते में लूट का मौका नहीं मिला. इस कारण बैंक के बाहर दो अप्रैल को पुरुषोत्तम को निशाना बनाया गया. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी थी.
सुरक्षा की अनदेखी : सप्ताह में तीन दिन अस्पताल के पैसे बैंक में जमा होते थे. इसकी जिम्मेवारी पुरुषोत्तम पर थी. एक बार में दस से बारह लाख रुपये जमा होते थे. पुरुषोत्तम जान जोखिम में डाल कर बैंक जाते थे, लेकिन सुरक्षा का इंतजाम नहीं था. सृजन अस्पताल के मालिक डॉ हिमांशु ने भी कभी पुलिस से सुरक्षा की मांग नहीं की. इस कारण बुधवार को पुरुषोत्तम अपराधियों की गोली के निशाना बन गये.
थर्ड पार्टी के माध्यम से पैसे की रिकवरी : डॉ हिमांशु राय का कहना है कि पैसे की रिकवरी के लिए एक बार बैंक प्रशासन को सूचना दी थी. जिसके बाद बैंक ने थर्ड पार्टी के माध्यम से पैसे जमा करवाया. रिकवरी के दौरान बैंक के वाहन एक घंटे पहले ही अस्पताल के बाहर खड़े हो जाते थे. ऐसे में डर था कि अपराधी अस्पताल में घुस कर किसी घटना को अंजाम दे सकते थे.
दुकानदारों से होगी पूछताछ : हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस अस्पताल के आसपास के दुकानदारों से पूछताछ करेगी. इसके लिए पुलिस ने दुकानदारों की लिस्ट बनायी है, जो अस्पताल कर्मियों के करीब थे. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि पुलिस सीसीटीवी के रिकॉर्ड की जांच कर रही है. वह जल्द ही मामले का वर्क आउट करेगी.