पटना: बिहार के छह नक्सल प्रभावित संसदीय सीटों में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए करीब 48 हजार सुरक्षा बलों की तैनाती गयी है, जहां आगामी 10 अप्रैल को मतदान होना है.
पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) अमित कुमार ने बताया कि नक्सल प्रभावित सासाराम, काराकाट, औरंगाबाद, गया, नवादा, और जमुई संसदीय सीटों में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए करीब 48 हजार सुरक्षा बलों की तैनाती गयी है. यहां आगामी 10 अप्रैल को मतदान होना है. उन्होंने बताया कि माओवादियों के छुपने के ठिकाने खासतौर पर इन संसदीय क्षेत्रों में पडने वाले जंगली इलाके जो कि आमतौर पर उनकी शरणस्थली बतायी जाती है पर नजर रखने के लिए सेना के हेलीकाप्टर की सेवा ली गयी है.
आगामी 10 अप्रैल को होने वाले चुनाव में लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार सासाराम से, दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त निखिल कुमार, बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान अपना-अपना भाग्य आजमा रहे हैं.
अमित ने बताया कि इस चुनाव के दौरान बिहार में पहले से मौजूद केंद्रीय अद्धसैनिक बलों की 35 कंपनियों के अलावा 130 कंपनियों की तैनाती के साथ बिहार पुलिस बल के 30 हजार जवानों की तैनाती की जाएगी. इस बीच अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी आर लक्षमणन ने बताया कि मतदान के पूर्व की रात मतदान कर्मी ईवीएम के साथ पुलिस शिविर या स्थानीय पुलिस थाने में गुजारेंगे और वे अगली सुबह अपने-अपने मतदान केंद्र पहुंचेंगे.