नयी दिल्ली : मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने इंडिया ओपन खिताब जीतने के लिये के श्रीकांत की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक फाइटर है लेकिन उसे मानसिक पहलुओं पर अभी और मेहनत करनी होगी. श्रीकांत ने दुनिया के छठे नंबर के खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसेन को हराकर पहला इंडिया ओपन सुपर सीरिज खिताब जीता. गोपीचंद ने कहा कि आने वाले समय में उसे लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
उन्होंने कहा , मेरा मानना है कि लगातार अच्छा प्रदर्शन अहम होगा. हमने उसे अच्छा खेलते देखा है. जब आप जीतते हैं तो लगता है कि आपको कोई हरा नहीं सकता. उन्होंने कहा , एक कोच के नजरिये से देखें तो कोई लगातार जीत रहा है और फिर अचानक धीमा हो जाता है और फिर दूसरों की तरह आम सा दिखने लगता है.
गोपीचंद ने कहा , उस नजरिये से यह अच्छा है. उसके पास जुझारुपन है और कई स्ट्रोक्स भी हैं जिससे वह काफी तेजी से खेल का रुख बदल सकता है. हमें उसके मानसिक और शारीरिक पहलू पर काम करना होगा. उन्होंने श्रीकांत के खेल के बारे में कहा , उसका स्मैश दमदार है और स्ट्रोक्स में विविधता है. उसे अच्छी ओपनिंग करके लय बरकरार रखते हुए खेलने की जरुरत है. हमारे पास उसके अलावा एच एस प्रणय, आरएमवी गुरुसाइदत्त, अजय जयराम के रुप में भी प्रतिभाशाली खिलाडी हैं.
इंडिया ओपन सुपर सीरिज में श्रीकांत और साइना नेहवाल को खिताबी की बधाई देते हुए गोपीचंद ने कहा कि सपना सच हो गया है लेकिन कहा कि उन्हें इसी तरह लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा. गोपीचंद ने कहा ,यह अद्भुत है. पिछले कुछ दिन भारतीय बैडमिंटन के लिये अप्रतिम रहे हैं. मैं बहुत खुश हूं.
उन्होंने कहा , जब हमने शुरुआत की थी तब यह सपना था. आज यह हकीकत है. एच एस प्रणय ने विक्टर एक्सेलसेन को हराया. गुरु ने शू सोंग के खिलाफ उम्दा प्रदर्शन किया. हमारे तीन खिलाडी सेमीफाइनल में हो सकते थे. उन्होंने कहा , अभी यह शुरुआत है और हमें उम्मीद है कि इस तरह का प्रदर्शन आगे भी बरकरार रहेगा. साइना के नंबर वन बनने के बारे में पूछने पर गोपीचंद ने कहा , अद्भुत. पिछले कुछ साल उसने शानदार प्रदर्शन किया है. इस रैंकिंग तक पहुंचना साइना और बैडमिंटन के लिये अच्छा है.
उन्होंने कहा , वह अच्छा खेल रही है और काफी सहज लग रही है. गोपीचंद ने कहा कि वह बतौर कोच अभी भी सीख रहे हैं और बेहतर सहयोगी स्टाफ से भारत आगे और बेहतर प्रदर्शन कर सकेगा. उन्होंने कहा , मैं भी सीख रहा हूं. मैने जब कोचिंग की शुरुआत की थी तब कोई शीर्ष 100 में नहीं था. फिर साइना शीर्ष पांच में आई और सिंधू, श्रीकांत, कश्यप और प्रणय आगे आये. गुरु और बी साइ प्रणीत भी हैं.
उन्होंने कहा , हमें कोचों के बडे ग्रुप की जरुरत है. खिलाडियों पर अधिक व्यक्तिगत ध्यान दिये जाने की जरुरत है. पिछले कुछ साल में फिजियो किरण जैसे कई लोगों ने काफी मेहनत की है. हमें दमदार सहयोगी स्टाफ की जरुरत है.