नयी दिल्ली : भारतीय क्यू खेलों के इतिहास में पहले ही जीवित किवदंती बन चुके पंकज आडवाणी ने 2014 में अपने नाम चार और विश्व खिताब करके इस साल को खेल और अपने लिए यादगार बना दिया.पिछले 12 महीने क्यू खेलों में भारत के पोस्टर ब्वॉय के नाम रहे जिसने ब्रिटेन में दो साल स्नूकर खेलने के बाद लगातार विश्व खिताब जीते.
आडवाणी के चार विश्व खिताब के अलावा यह साल चीन के किशोर यान बिंगताओ की कामयाबी के लिए भी याद किया जायेगा. चौदह बरस के बिंगताओ ने पिछले महीने बेंगलूर में आईबीएसएफ विश्व स्नूकर चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में आडवाणी को हराया और बाद में सबसे युवा स्नूकर चैंपियन भी बना.
फाइनल में उसने पाकिस्तान के मोहम्मद सज्जाद को मात दी. आडवाणी ने कहा कि वह इस साल अपने प्रदर्शन से खुश है और इस सफलता को भविष्य में दोहराना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा, मेरे लिए यह साल अच्छा रहा. मुझे पता नहीं कि इस सफलता को फिर दोहरा सकूंगा या नहीं.
यह साल यादगार रहा और मैंने बहुत कुछ जीता. उन्होंने इस साल बिलियर्ड्स और स्नूकर में अलग-अलग प्रारूपों में सहजता के साथ खेलने के अलावा दोनों खेलों के दीर्घ और लघु प्रारूपों में भी अपनी महारत साबित की. उन्होंने जून में मिस्र में 6 रेड्स और स्काटलैंड में विश्व टीम चैंपियनशिप, विश्व बिलियर्ड्स टाइम एंड प्वाइंट और फिर आईबीएसएफ स्नूकर टूर्नामेंट खेला.
उन्होंने मई में सीसीआई आमंत्रण बिलियर्ड्स चैंपियनशिप जीती. इसके बाद मिस्र में आईबीएसएफ विश्व 6 रेड स्नूकर चैंपियनशिप जीतने के साथ ही वह बिलियर्ड्स और स्नूकर के दीर्घ और लघु प्रारूप में विश्व खिताब जीतने वाले वह पहले खिलाड़ी बने.
इसके बाद अगस्त में उन्होंने स्काटलैंड के ग्लास्गो में हुई पहली विश्व बिलियर्ड्स टीम चैंपियनशिप में टीम को स्वर्ण पदक दिलाया. टीम में आडवाणी, रूपेश शाह, देवेंद्र जोशी और अशोक शांडिल्य शामिल थे. भारतीय स्नूकर टीम ने आडवाणी के बिना भी अगस्त के आखिर में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर एशियाई स्नूकर टीम चैंपियनशिप जीती.
टीम में कमल चावला, फैसल खान और धरमिंदर लिली शामिल थे. लीड्स में विश्व शतरंज चैंपियनशिप में आडवाणी ने सिंगापुर के पीटर गिलक्रिस्ट को हराकर खिताब जीता. वह कैरियर का तीसरा ग्रैंड डबल पूरा करने वाले एकमात्र खिलाड़ी भी बन गये.