सिलीगुडी : भारतीय फुटबॉल टीम के कोच विम कोवरमैन्स ने फलस्तीन से अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में हारने के तुरंत बाद अपने पद से हटने का फैसला किया. भारतीय टीम फलस्तीन से 2-3 से हार गयी, कोवरमैन्स ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में इसकी घोषणा की और कहा कि वह भारतीय टीम के कोच के पद पर जारी नहीं रहेंगे.
कोवरमैन्स ने कहा, यह राष्ट्रीय टीम के कोच के तौर पर मेरा अंतिम मैच था और मैं व्यक्तिगत कारणों से एआईएफएफ के तकनीकी निदेशक का पद को स्वीकार नहीं कर रहा हूं. उन्होंने कहा, मैंने भारत में अपने कार्यकाल का पूरा लुत्फ उठाया है. खिलाडियों ने मैच के अंत में कोवरमैन्स को गार्ड ऑफ ऑनर दिया, कोवरमैन्स ने इसका जिक्र करते हुए कहा, यह खिलाडियों द्वारा अच्छा सम्मान था. कोवरमैन्स का एआईएफएफ के साथ राष्ट्रीय कोच के तौर पर अनुबंध 31 अक्तूबर 2014 को खत्म होना था.
उन्होंने कहा, जब मैंने जिम्मेदारी संभाली थी, मुझे खेल की शैली बदलने को कहा गया था और इस पहलू में काफी बडा सुधार हुआ है. हमने जितने भी मैच खेले, प्रत्येक मैच में काफी मौके बनाये और अच्छी फुटबॉल खेली. लेकिन इतना ही काफी नहीं है.
कोवरमैन्स ने कहा, मुझे हारना पसंद नहीं है. खिलाड़ी आज मैदान पर काफी प्रतिबद्ध थे. उन्होंने कहा, लेकिन यह साफ दिख रहा था कि फलस्तीन के पास लगभग हर पाजीशन में बेहतरीन खिलाड़ी थे. हमने उन्हें कड़ी चुनौती दी और हम पहले और तीसरा गोल गंवाने से बच सकते थे. लेकिन यह फुटबॉल है. भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने हालैंड के कोच के मार्गदर्शन में इस चरण को शानदार यात्रा करार किया.
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में भारत के लिये सबसे ज्यादा गोल करने वाले छेत्री ने कहा, वह काफी ज्ञानी हैं और टीम के साथ कडी मेहनत करते थे. उनके साथ काम करना हमेशा ही शानदार रहा. यह खबर मेरे लिये हैरानी भरी है और मैं उन्हें भविष्य के लिये शुभकामनायें देता हूं.