लंदन : विंबलडन फाइनल में भले ही रोजर फेडरर को हार का मुंह देखना पड़ा हो लेकिन इस स्विस स्टार ने जोर देते हुए कहा कि उन्हें आने वाले वर्षों में ग्रैंडस्लैम खिताबी भिड़ंत में पहुंचने की उम्मीद है क्योंकि उन्हें अगली पीढ़ी से कोई गंभीर खतरा नहीं है.
फेडरर रविवार को आल इंग्लैंड क्लब फाइनल्स में नोवाक जोकोविच से हारकर रिकार्ड आठवें विंबलडन खिताब से चूक गये थे. जोकोविच ने उन्हें 6 – 7 (7-9), 6 – 4 , 7 . 6 (7-4), 5 . 7 , 6 . 4 से मात दी थी.
32 वर्षीय खिलाडी ने 2012 में विंबलडन खिताब हासिल किया था और यह पिछले 18 प्रयासों में उनका एकमात्र ग्रैंडस्लैम खिताब था. ग्रासकोर्ट ग्रैंडस्लैम के बाहर उनकी अंतिम मेजर सफलता 2010 आस्ट्रेलियन ओपन में मिली थी और अगले साल जब वह विम्बलडन में लौटेंगे तो वह करीब 34 साल के होंगे.
फिर भी 17 बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन को भरोसा है कि विंबलडन में उनका शानदार प्रदर्शन साबित करता है कि वह जोकोविच, राफेल नडाल और एंडी मर्रे से प्रतिस्पर्धा जारी रखेंगे जबकि युवा खिलाडी जैसे ग्रिगोर दिमित्रोव, मिलोस राओनिच और केई निशिकोरी से उन्हें कोई गंभीर खतरा नहीं है.
फेडरर ने कहा, मुझे इनसे कोई ज्यादा बडा खतरा नहीं दिखता. पांच या छह से 20 तक कई अच्छे खिलाडी हैं. उन्होंने कहा, काफी खतरनाक खिलाड़ी भी यहां मौजूद हैं. लेकिन मुझे लगता है कि अगर मैं अच्छा खेलता हूं तो मैं थोड़ा दबदबा बना सकता हूं. फेडरर ने कहा, लेकिन साफ तौर पर कभी भी कोई गारंटी नहीं होती.