आईपीएल के पिछले सीजन में अंक तालिका में नौवें नंबर पर रहने वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने एमएस धोनी की अगुवाई में इस सीजन के फाइनल में जगह बना ली है. मंगलवार को सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ के आउट होने के बाद सीएसके एक बार पिछड़ता दिख रहा था, लेकिन 172 का टोटल पर्याप्त हुआ. गुजरात टाइटंस इस सीजन में पहली बार ऑलआउट हुई है. गुजरात ने आखिरी गेंद पर अपना अंतिम विकेट गंवाया और टीम 15 रनों से मैच हार गयी.
स्पिनरों ने चटकाये 4 विकेट
एसमएस धोनी के स्पिनरों ने बीच के ओवरों में सिर्फ 46 रन देकर चार विकेट चटकाये. शुभमन गिल और राशिद खान सीएसके के हमले के खिलाफ कुछ बहादुरी दिखायी, लेकिन टीम के लिए यह पर्याप्त नहीं था. सीएसके की जीत काफी हद तक एमएस धोनी के द्वारा गेंदबाजी और फील्डिंग सेटअप में बदलाव का परिणाम था. यह भी साफ देखा गया कि जीटी के कप्तान हार्दिक पांड्या को फंसान के लिए धोनी ने कैसी रणनीति बनायी.
धोनी ने बार-बार फिल्डिंग में किया बदलाव
धोनी ने पहले पांच ओवरों में अपने तेज गेंदबाजों का इस्तेमाल किया. उन्होंने छठे ओवर के लिए महेश तीक्षाना को आक्रमण पर उतारा. चौथी गेंद पर हार्दिक पांड्या ने जोरदार प्रहार किया. मोईन अली ने शानदार फिल्डिंग करते हुए चौका बचाया. इसके बाद धोनी ने जडेजा को बैकवर्ड स्क्वॉयर से बुलाकर बैकवर्ड प्वाइंट पर खड़ा कर दिया. तीक्षणा की अगली ही गेंद पर हार्दिक का शॉट ठीक वहीं गया, जहां जडेजा को खड़ा किया गया था.
केवल 8 रन बना पाये हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या 7 गेंद पर 8 रन बनाकर आउट हुए. धोनी की इस चतुराई के लिए उनकी काफी तारीफ हो रही है. भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी फील्ड प्लेसमेंट के लिए धोनी की तारीफ की. शास्त्री उस विकेट के दौरान कमेंट्री बॉक्स में थे. धोनी के मार्गदर्शन में सीएसके के गेंदबाजों ने गुजरात के किसी भी बल्लेबाज को बड़ा स्कोर नहीं करने दिया. सबसे ज्यादा 42 रन शुभमन गिल ही बना सके.