ग्रेटर नोएडा : पहले दिन रात्रि दलीप ट्रॉफी मैच की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही तथा पहले दिन भारत में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में गुलाबी गेंद के पदार्पण से अधिक फ्लडलाइट में खराबी ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा. दो बार बिजली गुल होने के कारण खेल रोकना पड़ा. दूसरी बार तो दो टावरों से पूरी तरह ही बिजली चली गयी. कुल मिलाकर 78 मिनट तक खेल नहीं हो पाया. इससे पहले हालांकि तेज गेंदबाजों ने गुलाबी गेंद का पूरा फायदा उठाया. युवराज सिंह की इंडिया रेड टीम ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन उनका यह फैसला सही साबित नहीं हुआ.
संदीप शर्मा (62 रन देकर चार विकेट) की अगुवाई में इंडिया ग्रीन ने परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाया तथा बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद के 77 रन के बावजूद इंडिया रेड 48.2 ओवर में 161 रन पर ढेर हो गयी. इसके बाद तेज गेंदबाज नाथू सिंह ने भी सुरेश रैना के नेतृत्व वाली इंडिया ग्रीन के करारे झटके दिये. इंडिया ग्रीन ने दूसरी बार फ्लडलाइट खराब होने तक तीन विकेट पर 36 रन बनाये थे.
नाथू ने अब तक 15 रन देकर तीन विकेट लिये हैं. उन्होंने अपनी पहली गेंद पर रोबिन उथप्पा (एक) के आफ स्टंप को हिलाया. इसके बाद उन्होंने जलज सक्सेना को विकेट के पीछे कैच कराया और फिर रजत पालिवाल (एक) को पगबाधा आउट किया. डिनर के बाद तीसरे सत्र का खेल फ्लडलाइट की खराबी की वजह से 17 मिनट देरी से शुरू हुआ. इसके बाद सात बजकर 57 मिनट पर फिर से एक फ्लडलाइट खराब हो गयी जिसे ठीक करने में लगभग एक घंटे का समय लग गया.
इससे पहले इंडिया रेड के केवल चार बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे. इनमें से चोटी के सात बल्लेबाजों में से केवल मुकुंद ने ही दहाई का आंकडा छुआ. उन्होंने बायें हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा (19 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर बोल्ड होने से पहले अपनी 116 गेंद की पारी में 12 चौके लगाये. अनुरीत सिंह ने 21 गेंदों पर छह चौकों और एक छक्के की मदद से 32 रन की पारी खेली. इनके अलावा आठवें नंबर के बल्लेबाज कुलदीप यादव (10) और दसवें नंबर के ईश्वर पांडे (17) ही दोहरे अंक में पहुंचे.
इंडिया ग्रीन की तरफ से संदीप और ओझा के अलावा तेज गेंदबाज अंकित राजपूत ने दो जबकि अशोक डिंडा ने एक विकेट लिया. इंडिया रेड की शुरुआत बेहद खराब रही और एक समय उसका स्कोर छह विकेट पर 60 रन था. उसके अधिकतर बल्लेबाजों ने गुलाबी गेंद के प्रभाव के बजाय अपनी गलतियों से विकेट गंवाये. कप्तान युवराज सिंह केवल चार रन बनाकर राजपूत की फुललेंथ गेंद पर फ्लिक करके स्क्वायर लेग पर खड़े पालीवाल को कैच दे बैठे.
संदीप ने सलामी बल्लेबाज श्रीकर भरत (तीन) को आउट करके विकेटों गिरने का क्रम शुरू किया. इसके बाद उन्होंने सुदीप चटर्जी (पांच) को विकेटकीपर पार्थिव पटेल के हाथों कैच कराया जबकि राजपूत ने युवराज को आउट करने के बाद अपने अगले ओवर में गुरकीरत सिंह को पवेलियन भेजा जो खाता भी नहीं खोल पाये. ओझा ने गेंद संभालने के बाद केबी अरुण कार्तिक (सात) को अपना पहला शिकार बनाया जबकि पालीवाल ने डिंडा की शार्ट पिच गेंद पर अक्षय वाखरे (सात) का खूबसूरत कैच लिया.